ओमिक्रोन का बढ़ रहा खतरा और लोगों के चेहरों से मास्क गायब

अमित माही ऊधमपुर देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मामले लगातार बढ़ रहे ह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 06:34 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 06:34 AM (IST)
ओमिक्रोन का बढ़ रहा खतरा और लोगों के चेहरों से मास्क गायब
ओमिक्रोन का बढ़ रहा खतरा और लोगों के चेहरों से मास्क गायब

अमित माही, ऊधमपुर :

देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बढ़ते मामलों के बीच ऊधमपुर के लोगों में लापरवाही भी लगातार बढ़ती जा रही है। इससे स्वास्थ्य विभाग बेहद चिंतित है। अभी तक तो ओमिक्रोन के वेरिएंट से यहां बचाव है, मगर भगवान न करें यदि ओमिक्रोन के वेरिएंट ने दस्तक दी तो लोगों की लापरवाही और एसओपी का पालन न करने के कारण ऊधमपुर में इसके बेहद तेजी से फैलने के आसार हैं।

बाजार में 60 फीसद से अधिक लोगों के चेहरों से मास्क पूरी तरह से उतर चुके हैं। शेष 40 फीसद में से आधी जनता मास्क मुंह और नाक पर पहनने की बजाए ठुड्डी या गले में पहन रही है। कोरोना के नए वेरिएंट के बढ़ रहे खतरे के बीच मास्क पहनने को लेकर लोगों की लापरवाही बेहद चिंताजनक है। चिंताजनक केवल मास्कों का चेहरे से उतरना ही नहीं है, बल्कि शहर के बाजारों में चलते समय या दुकानों पर खरीदारी करते या बस स्टैंड व मेटाडोर स्टैंड पर शारीरिक दूरी भी कहीं नजर नहीं आती। कोरोना महामारी के दौर में नियमित तौर पर हाथ धोने और जेबों में सैनिटाइजर लेकर उसका प्रयोग करने की आदत भी लोग लगभग भूल ही चुके हैं। पांच से दस फीसद लोग ही अब पहले की तरह सैनिटाइडर या साबुन और पानी का प्रयोग हाथों को साफ करने के लिए बार-बार कर रहे हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग पहले ही बता चुका है कि कोरोना को हराने का एकमात्र हल कोरोना से बचाव के लिए निर्धारित एसओपी का पालन करना है। इसके तहत नियमित अंतराल पर साबुन और पानी से हाथों को धोना या सैनिटाइजर से साफ करना, मुंह और नाक को मास्क से ढक कर रखना और भीड़भाड़ वाली जगहों पर अन्य लोगों से दो गज की दूरी बनाए रखना शामिल है। निर्धारित एसओपी का पालन न करना कोरोना के नए वेरिएंट को दावत देने जैसा है। वैसे भी इस वेरिएंट की संक्रामकता पहले दो वेरिएंट से कई गुना ज्यादा है। ऊधमपुर में लोगों द्वारा मास्क न पहनने सहित कोरोना से बचाव के निर्धारित नियमों का पालन न करना चिंताजनक है। लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए कि कोरोना ने जिले में कितना नुकसान किया है। एसओपी का सख्ती से पालन करना ही बचाव का सबसे सरल और सुरक्षित तरीका है। इसलिए लोग अपनी और अपने परिवार व समाज की सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी से कोरोना से बचाव के लिए निर्धारित एसओपी का पालन करें।

-डा. मोहम्मद यासीन, जिला स्वास्थ्य अधिकारी एवं कोरोना के जिला नोडल अधिकारी ऊधमपुर प्रशासन की टीमों के साथ खुद भी उतरेंगी एसओपी का पालन कराने को

ओमिक्रोन के देश में बढ़ते मामले चिंता का विषय है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी इसे लेकर बेहद गंभीर हैं। जिला प्रशासन की टीमें और पुलिस नियमित रूप से कार्रवाई कर मास्क न पहनने वालों को जुर्माना करती है। ऊधमपुर मास्क के लिए जुर्माना करने में पूरी यूटी में शीर्ष पर है, मगर इसके साथ सच्चाई यह है कि इतने बड़े पैमाने पर जुर्माना करने के बावजूद लोगों के चेहरे से मास्क गायब है। जुर्माना इसलिए किया जाता है कि लोग मास्क पहनें, मगर लोग जुर्माना देने के लिए तैयार हैं, पर अपने और अपने परिवार को कोरोना से बचाने के लिए मास्क पहनने के लिए तैयार नहीं हैं। कोरोना के लगातर बढ़ रहे खतरे के मद्देनजर प्रशासन और ढील नहीं दे सकता है। जिस तरह दूसरी लहर में वह और उनकी टीम खुद मैदान में सख्ती करने को उतरी थीं, फिर से वैसी सख्ती की जाएगी। वार्षिक बजट को लेकर व्यस्तता काफी है, मगर लोगों को और लापरवाही की छूट नहीं दी जाएगी। चंद ही दिनों में प्रशासन की टीम एसओपी का पालन कराने के लिए उतरेगी। हर किसी को मास्क पहनने के साथ कोरोना से बचाव के लिए निर्धारित नियमों का पालन करना पड़ेगा।

- इंदु कंवल चिब, डीसी ऊधमपुर

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