आशा वर्कर्स ने दी कामछोड़ हड़ताल की चेतावनी
जागरण संवाददाता ऊधमपुर आशा वर्करों ने वेतन बढ़ाने सहित अन्य लंबित मांगों को पूरा करने
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : आशा वर्करों ने वेतन बढ़ाने सहित अन्य लंबित मांगों को पूरा करने की मांग को लेकर मंगलवार को प्रदर्शन किया। आशा वर्कर यूनियन ऊधमपुर ने सेंट्रल इंडिया ट्रेड यूनियन (सीटू) के साथ मिलकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी आशा वर्कर्स व यूनियन की पदाधिकारियों ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर वे कई बार प्रदर्शन कर चुकी हैं, मगर आज तक उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उनको एक के बाद दूसरा काम दिया जा रहा है। कभी कोरोना तो कभी लेपरेसी तो कभी और किसी चीज के सर्वे करवाए जाते हैं। किसी महिला के गर्भवती होने से इंसान के जीवित रहने तक स्वास्थ्य संबंधी अनेक काम आशा वर्कर्स को देखने होते हैं। बदले में दो हजार रुपये का मासिक वेतन दिया जाता है। इसमें से भी 1800 रुपये ही मिलते हैं। आज की महंगाई के दौर में इतने पैसे से किराया भी पूरा नहीं होता। घर वाले खेतीबाड़ी और मेहनत मजदूरी करते हैं तो घर का खर्च चल पाता है। वेतन भी कई महीनों से नहीं मिला है। अक्सर कभी चार तो कभी छह महीनों के बाद वेतन दिया जाता है।
उन्होंने सरकार व स्वास्थ्य विभाग से उनका वेतन 21 हजार रुपये प्रतिमाह करने के साथ उनको भी सरकारी कर्मचारी घोषित करने और सरकारी कर्मचारियों जैसी सभी सुविधाएं देने की मांग की। आशा वर्कर्स ने कहा कि काफी समय से वे अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रही हैं। अब यदि एक सप्ताह में उनकी मांगों को मंजूर नहीं किया गया तो वे काम छोड़ हड़ताल कर देंगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से काम के लिए संघर्ष कर रही हैं, वैसे ही अब अपने हक को पाने के लिए संघर्ष करेंगी।