खोदाई की भराई में देरी पर ठेकेदार को 10 लाख जुर्माना

देविका प्रोजेक्ट के तहत सीवरेज लाइन बिछाने के बाद उस जगह को समतल करने के काम में देरी होने पर ठेकेदार को दस लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके साथ ही कई कामों के टेंडर रद कर ठेकेदार की दखल अंदाजी भी कम कर दी गई है। यह जानकारी जिला उपायुक्त ऊधमपुर इंदु कंवल चिब ने वीरवार को अपने कार्यालय परिसर में यूईईडी विभाग के एसई के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता के दौरान दी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 08:34 AM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 08:34 AM (IST)
खोदाई की भराई में देरी पर ठेकेदार को 10 लाख जुर्माना
खोदाई की भराई में देरी पर ठेकेदार को 10 लाख जुर्माना

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर :

देविका प्रोजेक्ट के तहत सीवरेज लाइन बिछाने के बाद उस जगह को समतल करने के काम में देरी होने पर ठेकेदार को दस लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके साथ ही कई कामों के टेंडर रद कर ठेकेदार की दखल अंदाजी भी कम कर दी गई है। यह जानकारी जिला उपायुक्त ऊधमपुर इंदु कंवल चिब ने वीरवार को अपने कार्यालय परिसर में यूईईडी विभाग के एसई के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता के दौरान दी।

इस अवसर पर जिला उपायुक्त ने बताया कि 15 से 25 दिसंबर के बीच मनाए जा सेलीब्रेशन ऑफ रिवर्स कार्यक्रम के तहत पावन देविका में आरती का आयोजन किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि जिला उपायुक्त ऊधमपुर का कार्यभार संभालने के बाद से वह देविका प्रोजेक्ट को लेकर लोगों की काफी शिकायतें सुन रही थी। उसके बाद काम करने वाले ठेकेदार पर शिकंजा कसने के लिए कामों की नियमित निगरानी और समीक्षा की गई। नगर परिषद के साथ साथ जगह जगह जाकर गतिरोधों को देखा और उसे दूर करने का प्रयास किया। जिला उपायुक्त ने कहा कि प्रयास किया जा रहा था शहरी विकास विभाग जिला प्रशासन टीम की तरह काम करते हुए लोगों की शिकायतों को दूर करने के लिए काम करें, लेकिन ठेकादार की सुस्त कार्यप्रणाली के कारण समझ नहीं आ रहा था कैसे इस दुविधा को दूर किया जाए।

देविका प्रोजेक्ट दो भागों में बंटा है देविका प्रोजेक्टए एक सीवरेज व दूसरा नॉन सीवरेज प्रोजेक्ट है। नॉन सीवरेज प्रोजेक्ट में घाट को विकसित करने के 11 करोड़ से अधिक के काम लगभग पूरा हो गया है। देविका घाट बन कर तैयार हो गया है। पांच सात प्रतिशत काम शेष है, वह जल्द पूरा हो जाएगा। 15 से 25 दिसंबर तक सेलिब्रेशन आफ रिवर्स कार्यक्रम होगा। इस दौरान पावन देविका नदी पर शाम को लोगों को शामिल कर सुंदर आरती कराने की योजना है।

सबसे बड़ा गतिरोध था सीवरेज प्रोजेक्ट

जिला उपायुक्त ने कहा कि सीवरेज प्रोजेक्ट लोगों की परेशानी के साथ ही बड़ा गतिरोध था। शहरी विकास विभाग, सीवरेज विभाग ने मिल कर इस काम के कांट्रेक्ट में फेर बदल किया है। इसमें मौजूदा ठेकेदार का सभी कामों में दखल कम किया गया है। उन्होंने कहा कि सीवरेज प्रोजेक्ट के काम में देरी के लिए ठेकेदार को पहले ही दो करोड़ का जुर्माना लगाया जा चुका है। अब सीवरेज लाइन बिछाने के बाद उस जगह को समतल करने के काम में देरी करने पर दस लाख रुपये का जुर्माना और लगाया गया है। प्रयास रहेगा कि दो- तीन माह में खोदी गई जमीन को समतल करने का काम युद्ध स्तर पर पूरा कर लोगों को राहत दी जाए। इसके बाद एसटीपी पर काम किया जाएगा।

देविका घाट का विकास व सौंदर्यीकरण का काम लगभग पूरा

यूईईडी (अर्बन इन्वायरमेंट इंजीनियरिग) के एसई राकेश गुप्ता ने कहा कि 186.74 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में से 11.32 लाख की लागत से देविका घाट का विकास व सौंदर्यीकरण का काम लगभग पूरा हो गया है। कम्यूनिटी हॉल, ओपन एयर थियेटर, पांच महिला व पांच पुरुष शौचालय बन कर तैयार हैं। शिव प्रतिमा को बेहतर किया गया, रिटेनिग वॉल का काम पूरा हो गया है। प्रार्थना हॉल, लंगर हॉल, दफ्तर परिसर, 9 संस्कार घाट, 8 छतरियां, एक यज्ञ शाला बन चुकी है। ट्रैक बन चुके हैं। गंगा जी और देविका मां की प्रतिमा स्थापित कर दी गई है। डोगरा हेरिटेज से जुडे स्कल्पचर लगाए जा रहे हैं। इसी माह में इसे नगर परिषद को सौंप दिया जाएगा। देविका श्मशान घाट का काम पूरा चुका है। दोनों घाटों पर चार इंप्रूड वुड क्रिमेटोरियम बनाए गए हैं। जो पूरे प्रदेश में कहीं नहीं है। इसमें लकड़ी कम लगेगी।

जल्द पूरा होगा देविका प्रोजेक्ट

राकेश गुप्ता ने उम्मीद जताई कि प्रशासन और सभी के सहयोग से देविका प्रोजेक्ट जल्द पूरा होगा और देविका प्रदूषण मुक्त होगी। उन्होंने बताया कि सीवरेज प्रोजेक्ट में 8 एमएलडी, 4 एमएलडी और 1.6 एमएलडी क्षमता के तीन एसटीपी है। इस प्रोजेक्ट को 2051 की आबादी के मुताबिक डिजाइन किया गया है। इसमें 124 किलोमीटर सीवरेज लाइन बिछानी है। इसमें से 66 किलोमीटर बिछी है। 58 किलोमीटर शेष है। वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना, धारा 370, कई जगह पर लोगों की ओर से काम के विरोध की वजह से काम प्रभावित हुआ। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की अवधि नवंबर थी। जिसे अब जून 2022 किया गया है। काम में देरी के लिए जुर्माना किया गया है। छह सात माह की देरी के लिए और जुर्माना ठेकेदार को झेलना पड़ेगा। इसके साथ ही 145 करोड़ के कामों में से 27 करोड़ के टेंडर लगा दिए हैं, जो 7 दिसंबर को खुल जाएंगे। इसके अलावा 12 करोड के काम काम किसी दूसरे ठेकेदार को दिए जा रहे हैं। इसकी पेमेंट का भुगतान ठेकेदार को सीधे किया जाएगा।

निगरानी से खोदी गई जमीन को समतल करने के काम में आई तेजी

जिला प्रशासन की निरंतर समीक्षा और निगरानी की वजह से सीवरेज लाइन बिछाने के लिए खोदी गई जमीन को समतल करने के काम में तेजी आई है। 66 किलोमीटर सीवरेज लाइन बिछाई गई। इनमें से 58 किलोमीटर जमीन समतल की जा चुकी है। इसी तरह से 11.2 सड़क को उखाड़ा गया था, जिसमें से 5.6 को ब्लैक टॉप कर फिर बना दिया गया है।

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