बांडीपोरा को पर्यटन मानचित्र पर लाएगी वुलर झील

केंद्रीय पर्यावरण वन जलवायु परिवर्तन श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने शुक्रवार को वुलर झील के संरक्षण कार्याे का जायजा लेते हुए कहा कि बांडीपोर को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने में यह झील बहुत अहम साबित होगी। उन्होंने कहा कि यह झील एशिया में ताजे पानी की सबसे बडी झील मानी जाती है। हमें इसका संरक्षण करना चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 02:24 AM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 02:44 AM (IST)
बांडीपोरा को पर्यटन मानचित्र पर लाएगी वुलर झील
बांडीपोरा को पर्यटन मानचित्र पर लाएगी वुलर झील

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: केंद्रीय पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन, श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने शुक्रवार को वुलर झील के संरक्षण कार्याे का जायजा लेते हुए कहा कि बांडीपोरा को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने में यह झील बहुत अहम साबित होगी। उन्होंने कहा कि यह झील एशिया में ताजे पानी की सबसे बडी झील मानी जाती है। हमें इसका संरक्षण करना चाहिए। यह पूरे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक परि²श्य को बदलने मेंसमर्थ है। केंद्र सरकार के जनपहुंच कार्यक्रम के तहत आज जिला बांडीपोरा का दौरा करते हुए केंद्रीय पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन, श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव विभिन्न जन प्रतिनिधिमंडलों से मिलने के अलावा जीर्णोद्धार और संरक्षण कार्यों का निरीक्षण, ई-उद्घाटन किया और कई विकास परियोजनाओं की नींव रखी। उन्होंने हिलालाबाद नेस्बाल में तीन करोड़ की अनुमानित लागत से तैयार होने सार्वजनिक पार्क की आधारशिला रखने के अलावा 1.53 करोड़ की लागत से तैयार अरमपोराफिल्ट्रेशन प्लांट का भी उद्घाटन किया। इससे लगभग 79000 लोगों की आबादी को लाभ होगा। केंद्रीय मंत्री ने बांडीपोरा के विभिन्न हिस्साों में बैक टू विलेज प्रोग्राम, मनरेगा और 14वें एफसी के तहत 2.62 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सड़कों, गलियों और पुलियों का भी उद्घाटन किया। मंत्री ने वुलर झील के संरक्षण और विकास कार्याें कार्याे और झील के आस पास के इलाकों मे जारी पर्यटन बुनियादी ढांचा विकास कार्य का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि वुलर झील में मछली उत्पादन के सबसे बड़े स्त्रोत के अलावा पर्यटन की भी अपार संभावनाएं हैं और यदि इसका दोहन किया जाए तो यह स्थानीय आबादी की सामाजिक आर्थिक स्थिति को बदल सकती है। मंत्री को संबधित अधिकारियों ने बताया कि झील के संरक्षण और प्रबंधन के लिए 200 करोड़ रुपये की वुलर कार्य योजना को मंजूरी मिलने के बाद वुलर संरक्षण परियोजना के तहत बड़े पैमाने पर काम शुरू किया गया है। मंत्री ने झील के संरक्षण और जिले में पर्यटन क्षेत्र के उत्थान के लिए केंद्र शासित प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की और अधिकारियों से अतिरिक्त उत्साह के साथ काम करने का आग्रह किया ताकि वुलर झील को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर लाया जा सके। इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा वुलर विटेज पार्क में उनके प्रदर्शन और चल रही गतिविधियों को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न स्टॉल लगाए गए। मंत्री ने सभी स्टालों का निरीक्षण किया और इन स्टालों पर कर्मचारियों और आगंतुकों के साथ बातचीत की। मंत्री ने जल निकायों की सफाई के लिए मोहम्मद रफीक वानी, वृक्षारोपण अभियान के लिए मुबाशीर जावीद, मोटर बोट शकारा के विशेषज्ञ सुहैल तारिक डार बचावकर्ता और कोविड शमन प्रयासों के दौरान अथक परिश्रम करने वाले कर्मचारी मंजूर अहमद सहित छात्रों और स्वयंसेवकों को सम्मानित किया। उन्होंने एक पुस्तिका पिक्टोरियल गाइड टू ब‌र्ड्स ऑफ वूलर का भी विमोचन किया जो पर्यटकों को झील में मौजूद प्रवासी पक्षियों के बारे में अन्य संबंधित जानकारी देने में मदद करेगी। मंत्री ने वुलर झील के किनारे रहने वाले स्थानीय लोगों के बीच सोलर लाइट, स्कूल किट और अनाथों के बीच समावेशी शैक्षिक किट भी वितरित किए।

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