Omar Abdullah ने कहा- आतंकी नहीं तय करेंगे कि कौन कश्मीर में रहेगा और कौन नहीं

उमर अब्दुल्ला ने अपने टवीटर हैंडल पर लिखा- यह सही है कि कश्मीर में मारे गए अधिकांश नागरिकों में मुस्लिम ही हैं लेकिन इससे हम कश्मीर में रहने वाले अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने की अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकते।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 09:39 AM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 09:39 AM (IST)
Omar Abdullah ने कहा- आतंकी नहीं तय करेंगे कि कौन कश्मीर में रहेगा और कौन नहीं
कश्मीर में अल्पसंख्यक खुद को सुरक्षित महसूस करें, ऐसा माहौल बनाना हम सभी की सामुदायिक जिम्मेदारी है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को लोगों से आतंक के खिलाफ एकजुट होने की अपील करते हुए कहा कि आतंकियों को यह तय करने की आजादी नहीं दी जाएगी कि कौन कश्मीर में रहेगा और कौन नहीं। उन्होंने कश्मीर में लागतार निदोष लोगों की हत्या पर दुख जताया। श्रीनगर में दो शिक्षकों की हत्या पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि आतंकियों की इस कायराता हरकत की निंदा करने के लिए उनके पास पर्याप्त शब्द नहीं हैं।

The targeted attacks in Kashmir are designed to drive fissures & widen the gap between communities. We cannot let terror dictate who lives here & who doesn’t. It is imperative that all of us belonging to the majority community reach out to those who today fear for their lives.— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 7, 2021

उमर अब्दुल्ला ने अपने टवीटर हैंडल पर लिखा- यह सही है कि कश्मीर में मारे गए अधिकांश नागरिकों में मुस्लिम ही हैं, लेकिन इससे हम कश्मीर में रहने वाले अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने की अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकते। कश्मीर में अल्पसंख्यक खुद को सुरक्षित महसूस करें, ऐसा माहौल बनाना हम सभी की सामुदायिक जिम्मेदारी है।

एक अन्य टवीट में उन्होंने लिखा है कि आम नागरिकों के जान माल की सुरक्षा की जिम्मेदारी मौजूदा प्रशासन की है। वह यह जिम्मेदारी किसी व्यक्ति विशेष या राजनीतिक दल पर अपनी सुविधानुसार नहीं मढ़ सकता। वह इन नागरिक हत्याओं का दोष किसी राजनीतिक दल पर नहीं डाल सकता। हम सभी को अपनी क्षमतानुसार अपनी जिम्मेदारी निभानी है। उन्होंने कहा कि जो लोग इस समय डर के माहौल में कश्मीर छोड़ने का मन बना रहे हैं, उन्हें अपने फैसले पर दोबारा विचार करना चाहिए। 

The primary responsibility for security is & will always be the duty of the administration of the day. It can’t be shifted to individuals & political parties to suit political convenience & misplaced loyalties. That said we all have the responsibility to do what we can to help.— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 7, 2021

उन्हें यकीन रखना चाहिए कि सभी उनके साथ हैं और उन्हें यहां से नहीं जाने देंगे। हमें अपनी पूरी ताकत से कश्मीर में रहने वाले अल्पसंख्यकों में सुरक्षा और विश्वास की भावना को पैदा करना होगा। बता दें कि कश्मीर में चुन-चुन कर हिंदुओं की हत्या किए जाने की घटना की पूरे देश मेें निंदा हो रही है। हर तरफ रोष है।

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