आइएसजेके के आतंकी की रिहाई के लिए प्रदर्शन
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : खूंखार आतंकी संगठन आइएसआइएस में आस्था जताने वाले इस्लामिक स्टेट ऑफ
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : खूंखार आतंकी संगठन आइएसआइएस में आस्था जताने वाले इस्लामिक स्टेट ऑफ जम्मू कश्मीर (आइएसजेके) के आतंकी वाहिद अब्बास बट की रिहाई के लिए उसके परिजनों ने वीरवार को डाउन-टाउन में प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल (एसओजी) ने 23 नवंबर 2018 को टीआरसी के नजदीक आइएसजेके के दो आतंकियों अली मोहम्मद निवासी चित्रीगाम त्राल और हारिस मुश्ताक खान पुत्र मुश्ताक अहमद निवासी वाथूरा बडगाम को पकड़ा था।
उनकी निशानदेही पर सात और युवक अब्दुल अहमद मीर पुत्र गुलाम मोहम्मद निवासी कुरहामा कुपवाड़ा, आसिफ सुहैल नदफ पुत्र लतीफ अहमद निवासी रैनावारी, इरफान अहमद सीरुर पुत्र मोहम्मद शबान निवासी नवाकदल श्रीनगर, वाहिद अब्बास बट पुत्र मोहम्मद अब्बास बट निवासी राजौरीकदल, आशिक हुसैन पुत्र बशीर अहमद निवासी जामिया मस्जिद निवासी नौहट्टा, हारिस रशीद लांगू पुत्र अब्दुल रशीद निवासी मलिक साहिब गोजवारा श्रीनगर, आरिफ मजीद खान पुत्र अब्दुल मजीद निवासी हवल श्रीनगर को पकड़ा गया था।
पुलिस ने इनके कब्जे से दो पिस्तौल, 14 कारतूस, तीन हथगोले, 12 बोर की एक सिंगल बैरेल राइफल, आइएस का झंडा और एक कटर भी बरामद किया। मुंसिफ कोर्ट श्रीनगर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की ओर से दायर याचिका के आधार पर पुलिस ने इन सभी नौ लोगों को 15 जनवरी को एनआइए के हवाले किया था। पुलिस ने उस दिन कहा था कि मामले की जांच एनआइए कर रही है और सभी नौ आरोपित न्यायिक हिरासत में हैं।
वीरवार दोपहर को वाहिद अब्बास बट के परिवार की महिलाओं ने राजौरीकदल में प्रदर्शन करते हुए एनआइए के खिलाफ नारेबाजी की। यह महिलाएं वाहिद को निर्दाेष बताते हुए एनआइए पर उसे फर्जी मामले में फंसाने का आरोप लगा रही थी। महिलाओं के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने नारेबाजी कर रही महिलाओं को यकीन दिलाया कि अगर वाहिद निर्दोष है तो वह जल्द छूट जाएगा। इसके बाद ही नारेबाजी कर रही महिलाएं शांत हुई।