One Day in Paradise: कश्मीर को फिर से पर्यटन की जन्‍नत बनाने का खाका तैयार, एक साथ दुनियाभर के टूर प्‍लानर

जम्‍मू कश्‍मीर प्रशासन ने प्रदेश में फिल्म टूरिज्म के साथ-साथ एडवेंचर इको वेडिंग और धार्मिक टूरिज्म को बढ़ावा देने का मसौदा गढ़ लिया है। लक्ष्य है कि धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर को फिर से पर्यटन की जन्‍नत बनाया जाए।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 06:00 AM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 08:46 AM (IST)
One Day in Paradise: कश्मीर को फिर से पर्यटन की जन्‍नत बनाने का खाका तैयार, एक साथ दुनियाभर के टूर प्‍लानर
केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह ने कहा कि अनुच्छेद 370 के बाद जम्मू कश्मीर में पर्यटकों की आमद बढ़ी है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : कश्मीर में पर्यटन को नई ऊंचाई तक पहुंचाने के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन के कदम अब रंग लाने लगे हैं। प्रदेश में फिल्म टूरिज्म के साथ-साथ एडवेंचर इको, वेडिंग, धार्मिक टूरिज्म को बढ़ावा देने का मसौदा गढ़ लिया है। लक्ष्य है कि धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर को फिर से पर्यटन की जन्‍नत बनाया जाए। इसी लक्ष्य को अंजाम देने के लिए 'एक दिन स्वर्ग की ओर' नाम से मेगा कार्यक्रम के दूसरे दिन देश और दुनिया के टूर ऑपरेटर एक साथ ऑनलाइन जुटे और इन योजनाओं पर विस्तार से मंथन हुआ। साथ ही अगले तीन माह में पर्यटन को कई गुणा बढ़ाने का लक्ष्य तैयार किया गया।

केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस अवसर पर टूर आपरेटरों को एक सुरक्षित और शांत पर्यटनस्थल का भरोसा दिलाया। नई फिल्म नीति भी इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। बदले हालात का असर है कि कश्मीर के किसी होटल या हाउसबोट में कई बार एक भी कमरा खाली नहीं मिला।

आधारभूत ढांचे के विकास के लिए निजी क्षेत्र ने आग बढ़कर साथ करने का वादा किया है। निजी निवेशक पर्यटन ढांचा मजबूत बनाने और पर्यटन सुविधाओं के विकास में निवेश कर रहे हैं। इस समय पर्यटन मंत्रालय के सचिव अरविंद सिंह की अध्यक्षता में वरिष्ठ अधिकारियों की उच्च स्तरीय टीम श्रीनगर में डेरा डाले हुए है।

इस अवसर पर आयोजित सेमिनार को आनलाइन संबोधित करते हुए केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह ने कहा कि अनुच्छेद 370 के बाद जम्मू कश्मीर में पर्यटकों की आमद तेजी से बढ़ी है और इसे नई ऊंचाई पर लेकर जाना है। यही वजह है पर्यटन ढांचे का तीव्र विकास किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को सभी सुविधाएं मिल सकें।

केन्या, वियतनाम के टूर आपरेटर ले रहे हिस्सा

इस पर्यटन महोत्सव को कामयाब बनाने में पर्यटन विभाग, फेडरेशन आफ चैंबर एंड कामर्स (फिक्की) व इंडियन गोल्फ टूरिज्म एसोसिएशन भी सहयोग दे रही है। इसमें हिस्सा लेने के लिए केन्या, वियतनाम, जॉर्जिया जैसे देशों के गोल्फ खिलाडिय़ों के साथ देश के विभिन्न हिस्सों में पर्यटन से जुड़े लोगों के साथ कई टूर आपरेटर भी हिस्सा ले रहे हैं।

ट्यूलिप गार्डन की सैर भी

तीन दिवसीय मेगा कार्यक्रम के दौरान सोमवार को सदस्यों को ट््यूलिप गार्डन की सैर कराई गई। मंगलवार को डल डील के किनारे लेजर शो के साथ रंगारंग कार्यक्रम होगा।

कनेक्टिविटी संकट होगा दूर

केंद्रीय पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने बताया कि जम्मू कश्मीर में पर्यटन ढांचे के विकास के लिए 562.79 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। उन्होंने बताया कि कश्मीर का कनेक्टिविटी संकट दूर करने के लिए सड़क परिवहन, रेल और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ लगातार संवाद कर रहे हैं। हाईवे को बेहतर बनाया जा रहा है, अगले वर्ष तक रेल संपर्क भी बहाल हो जाएगा। रात्रिकालीन विमान सेवा शुरू हो गई। फिलहाल, यह बेंगलुरु और अहमदाबद तक सीमित है, जल्द ही अन्य शहरों से भी रात्रिकालीन विमान सेवा होगी। हम जम्मू कश्मीर के विभिन्न पर्यटनस्थलों का विकास कर रहे हैं। हम नए पर्यटनस्थलों को चिह्नित कर रहे हैं ताकि कश्मीर आने वाले पर्यटकों को कुछ नया अनुभव हो। - बसीर अहमद खान, उपराज्यपाल के सलाहकार जम्मू कश्मीर एकमात्र ऐसी जगह है, जहां सदाबहार पर्यटन की संभावनाएं हैं। एडवेंचर से लेकर शीतकालीन खेल और धार्मिक के साथ मनोरंजन की अपाल संभावनाएं हैं। यहां हर मौसम में पर्यटकों के लिए कुछ न कुछ खास है। सबसे बड़ी बात यह है कि पर्यटकों के लिए कश्मीर सबसे सुरक्षित जगह है। - सरमद हफीज, पर्यटन सचिव

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