स्थानीय आतंकियों को सरेंडर करने का पूरा मौका देती है पुलिस

पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि पुलिस स्थानीय आतंकियों को सरेंडर करने का पूरा मौका देती है। हमारा प्रयास रहता है कि आतंकी जिदा पकड़े जाएंवह मुख्यधारा में शामिल होकर अपने परिजनों के साथ एक सम्मानजनक जिदगी बसर करें। उन्होंने कहा कि गत दिनों डाडूरा पुलवामा मुठभेड़ के दौरान एक आतंकी जिदा पकड़ा गया। इसी मुठभेड़ में लश्कर का दुर्दांत आतंकी जाहिद टाइगर मारा गया है। जाहिद का मारा जाना जिला पुलवामा में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों की एक बड़ी कामयाबी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Oct 2020 08:48 AM (IST) Updated:Wed, 14 Oct 2020 08:48 AM (IST)
स्थानीय आतंकियों को सरेंडर करने  का पूरा मौका देती है पुलिस
स्थानीय आतंकियों को सरेंडर करने का पूरा मौका देती है पुलिस

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि पुलिस स्थानीय आतंकियों को सरेंडर करने का पूरा मौका देती है। हमारा प्रयास रहता है कि आतंकी जिदा पकड़े जाएं,वह मुख्यधारा में शामिल होकर अपने परिजनों के साथ एक सम्मानजनक जिदगी बसर करें। उन्होंने कहा कि गत दिनों डाडूरा पुलवामा मुठभेड़ के दौरान एक आतंकी जिदा पकड़ा गया। इसी मुठभेड़ में लश्कर का दुर्दांत आतंकी जाहिद टाइगर मारा गया है। जाहिद का मारा जाना जिला पुलवामा में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों की एक बड़ी कामयाबी है।

दिलबाग सिंह मंगलवार को पुलवामा में कानून व्यवस्था की स्थिति जायजा लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

दक्षिण कश्मीर में सक्रिय विदेशी आतंकियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि लश्कर के कई पाकिस्तानी आतंकी इस समय पुलवामा और इसके साथ लगते इलाकों में सक्रिय हैं। इस साल सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर में 24 पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया है। उन्होने कहा कि आतंकवाद का समूल नाश ही हमारा लक्ष्य है।

राष्ट्रीय राजमार्ग पर अकसर होने वाले आतंकी हमलों के संबंध में पूछे जाने पर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि हाईवे पर आतंकियों की आवाजाही नाममात्र है। आतंकी अच्छी तरह जानते हैं कि भीड़भाड़ वाली जगह पर सुरक्षाबल के जवान जवाबी कार्रवाई से बचते हैं, इसलिए वह हाईवे पर हमला करते हैं। इसी साल नगरोटा में भी जांच के दौरान ही आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई थी, जिसमें सभी आतंकी मारे गए। घुसपैठ पर उन्होने कहा कि पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है,लेकिन इस वर्ष बीते वर्ष की तुलना में बहुत ही कम घुसपैठ हुई है।

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