कश्मीरी दस्तकारी को मिलेगी वैश्विक पहचान

कश्मीरी दस्तकारी के सामान के निर्यात के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। केंद्र और जम्मू कश्मीर प्रदेश सरकार दोनों ही देश के विभिन्न भागों में कश्मीरी दस्तकारों के लिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शनी का आयोजन होगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 05:21 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 05:21 AM (IST)
कश्मीरी दस्तकारी को मिलेगी वैश्विक पहचान
कश्मीरी दस्तकारी को मिलेगी वैश्विक पहचान

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: कश्मीरी दस्तकारी के सामान के निर्यात के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। केंद्र और जम्मू कश्मीर प्रदेश सरकार दोनों ही देश के विभिन्न भागों में कश्मीरी दस्तकारों के लिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शनी का आयोजन होगा। यह भरोसा देते हुए केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को कहा कि कश्मीर की विशिष्ट और सदियों पुरानी हस्तकला और इससे जुड़े कारीगरों के संरक्षण और सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए केंद्र सरकार हर संभव मदद करेगी। राजीव चंद्रशेखर जनपहुंच कार्यक्रम के तहत इन दिनों कश्मीर के दौरे पर हैं। शुक्रवार को उन्होंने बारामुला के विभिन्न इलाकों का दौरा कर सामाजिक, राजनीतिक, व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इसके अलावा पंचायत राज संस्थानों के प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों संग बैठक कर विकास योजनाओं की प्रगति जानी। बारामुला जिले में पट्टन के मीरगुंड हैंडीक्राफ्ट क्लस्टर में दस्तकारों को उन्होंने संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि परंपरागत हस्तकलाओं और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कुशल भारत कार्यक्रम के तहत कई योजनाएं शुरू की हैं। दस्तकारों से बातचीत में मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार और जम्मू कश्मीर प्रशासन कश्मीर की दस्तकारी के संरक्षण के लिए सभी प्रभावी कदम उठा रही है। इसकी पहचान को संरक्षित रखने के लिए विभिन्न उत्पादों के लिए जियोग्राफिकल इंडिकेशन (जियो) टैग भी प्राप्त किया जा रहा है। पश्मीना शॉल के लिए जियो टैगिग पहले ही हो चुकी है। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में जनपहुंच कार्यक्रम के तहत सत्तर केंद्रीय मंत्रियों के दौरे होने हैं। इसी के तहत चंद्रशेखर कश्मीर के दौरे पर पहुंचे हैं।

chat bot
आपका साथी