अब श्रीनगर के तीन ही आतंकी बचे
मारे गए आतंकी तंजील और शाहिद बशीर भी कश्मीरी हिदू दवा विक्रेता मक्खन लाल बिंदरु और सरकारी अध्यापक दीपक चंद व सुपिंदर कौर की हत्या की साजिश में भी लिप्त थे।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि श्रीनगर के बेमिना में शुक्रवार को मुठभेड़ में आतंकी तंजील अहमद व पुलवामा में शाहिद बशीर के मारे जाने के बाद अब श्रीनगर शहर के तीन ही आतंकी जिंदा बचे हैं। यह तीनों भी जल्द ही पकड़े अथवा मारे जाएंगे।
उन्होंने बताया कि बीते एक सप्ताह के दौरान सुरक्षाबलों ने वादी के विभिन्न हिस्सों में आठ मुठभेड़ों में 11 आतंकियों को मार गिराया है। आइजीपी ने बताया कि इनमें चार आतंकी हाल ही में हुई नागरिक हत्याओं में लिप्त थे। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को मारे गए तंजील और शाहिद बशीर भी कश्मीरी हिदू दवा विक्रेता मक्खन लाल बिंदरु और सरकारी अध्यापक दीपक चंद व सुपिंदर कौर की हत्या की साजिश में भी लिप्त थे। आतंकियों के स्वजन उन्हें मुख्यधारा में लाने में करें सहयोग
आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने आतंकी बने स्थानीय युवाओं से मुख्यधारा में लौटने की अपील करते हुए उनके अभिभावकों को भी सहयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जो भी युवक आतंकी बने हैं, उनके पास अभी भी एक नई शुरुआत का मौका है। उनके अभिभावकों से मेरी अपील है कि वह उन्हें हथियार छोड़ मुख्यधारा में शामिल होने के लिए तैयार करें। पुलिस उनके पुनर्वास में पूरी मदद करेगी। अन्यथा, यह आज नहीं तो कल मारे जाएंगे। टीआरएफ का ओवरग्राउंड वर्कर ग्रेनेड समेत गिरफ्तार
सेना की 29 आरआर और सीआरपीएफ की 176 वाहिनी के जवानों के साथ मिलकर पुलिस ने श्रीनगर-बारामुला राजमार्ग पर स्थित करालचक करीरी में एक नाका लगाया था। नाके से जैसे ही टीआरएफ का एक ओवरग्राउंड वर्कर गुलजार अहमद मल्ला गुजरने लगा तो नाका पार्टी ने उसे तलाशी के लिए रोका। उसके सामान की तलाशी लेने पर दो हथगोले मिले। एलओसी के साथ सटे बोनियार, बारामुला के रहने वाले गुलजार अहमद को गिरफ्तार कर लिया गया।