अनंतनाग में कम मतदान सियासतदानों के लिए सबक : उमर

राज्य ब्यूरो श्रीनगर नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Apr 2019 01:55 AM (IST) Updated:Thu, 25 Apr 2019 06:37 AM (IST)
अनंतनाग में कम मतदान  सियासतदानों के लिए सबक : उमर
अनंतनाग में कम मतदान सियासतदानों के लिए सबक : उमर

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अनंतनाग में जिस तरह से ज्यादातर लोगों ने अपने गुस्से का इजहार करने के लिए मतदान से दूरी बनाए रखी, वह सभी सियासतदानों के लिए एक सबक है। मौकापरस्त सियासत अब ज्यादा नहीं चलेगी। उन्होंने लोगों से कहा कि वह अपने गुस्से का इजहार घर बैठकर नहीं बल्कि मतदान केंद्र में पहुंच कर उस उम्मीदवार को वोट देकर करें,जो दिल्ली में उनकी बात करे। जम्मू कश्मीर और यहां के लोगों के हक की बात करे।

बुधवार को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में चुनावी सभा के बाद पत्रकारों से बातचीत में उमर अब्दुल्ला ने गत दिवस जिला अनंतनाग में हुए मात्र 13.61 फीसद मतदान के लिए पीडीपी को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पीडीपी ने भाजपा के साथ गठजोड़ कर जो इस रियासत की तबाही की है, उसी का असर मंगलवार को अनंतनाग में देखने को मिला है। कई इलाकों में लोगों ने वोट ही नहीं डाला। नेकां उपाध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह से अनंतनाग और बीजबिहाड़ा में लोगों ने अपने गुस्से का इजहार किया है, उससे न सिर्फ दिल्ली को बल्कि पीडीपी को भी सोचना चाहिए कि उन्होंने इस रियासत के साथ क्या जुल्म किया है। मैने इतनी बेबसी, तन्हाई अपनी जिदगी में पहले कभी नहीं देखी, जो आज देख रहा हूं। अनंतनाग में जहां से महबूबा मुफ्ती वर्ष 2016 में 12 हजार वोटों से जीती थी, वहां अगर एक हजार से भी कम वोट पड़ते हैं तो यह सियासतदानों के लिए सबक है कि अब मौकापरस्ती और कुर्सी की सियासत नहीं चलेगी।

घर में बैठक नहीं, मतदान से जताएं अपनी नाराजगी

उमर ने कहा कि अभी अनंतनाग-पुलवामा में दो चरणों का मतदान शेष है। इसलिए मेरी लोगों से गुजारिश है कि वह घर बैठकर नहीं बल्कि उस उम्मीदवार को वोट देकर अपनी नाराजगी जताएं जो दिल्ली में उनके हक की बात करे। इस रियासत के विशेष दर्जे की बात करे। हमारे प्रत्याशी हसनैन मसूदी एक सही उम्मीदवार हैं, क्योंकि अन्य दलों के उम्मीदवारों को कोई भी बात करने के लिए दिल्ली की इजाजत लेनी पड़ेगी। ,लेकिन मसूदी साहब को नहीं। कांग्रेस के साथ अपनी टक्कर बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारा मुकाबला यहां सिर्फ कांग्रेस से ही है और उम्मीद है कि लोग हमारा साथ देंगे।

23 मई के बाद देश में होगी नई हुकुमत

बीजबिहाड़ा व अनंतनाग में हुए कम मतदान को नेकां की पीडीपी पर सर्जिकल स्ट्राइक बताने पर उन्होंने कहा कि यह हमने नहीं की है। यह तो लोगों ने की है। इससे पता चल जाता है कि लोगों में पीडीपी के खिलाफ कितना गुस्सा है। खैर, 23 मई के बाद मुल्क में एक नई हुकुमत होगी और वह कश्मीर में अमन बहाली के लिए काम करेगी।

370 पर अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया

धारा 370 और 35ए के संरक्षण के लिए अपनी संपकल्पबद्धता को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि जब हम आटोनामी की बात करते हैं या फिर 1953 से पहले की संवैधानिक स्थिति की बहाली की बात करते हैं तो वह इन्हीं संवैधानिक प्रावधानों के तहत ही करते हैं। धारा 370 और 35ए ही खत्म हो जाएगी तो हमारी अदंरूनी खुद मुख्तारी कहां रहेगी।

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