महबूबा मुफ्ती ने फिर अलापा पाकिस्तान का राग, कहा- चुनाव से नहीं, पाकिस्तान से बातचीत से होगा कश्मीर मसला हल
पीडीपी प्रधान महबूबा मुफ्ती ने फिर पाकिस्तान का राग अलापते हुए कहा कि चुनाव करवाने से कश्मीर मसले का हल नहीं होगा। इसका समाधान भारत व पाकिस्तान के बीच बातचीत करने से संभव होगा। महबूबा ने कहा कि अगर चीन से बातचीत कर सकते हैं तो पाकिस्तान से क्यों नहीं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रधान महबूबा मुफ्ती ने रविवार को फिर पाकिस्तान का राग अलापते हुए कहा कि चुनाव करवाने से कश्मीर मसले का हल नहीं होगा। इसका समाधान भारत व पाकिस्तान के बीच बातचीत करने से संभव होगा। महबूबा मुफ्ती ने अगर हम चीन से बातचीत कर सकते हैं तो पाकिस्तान से डायलाग की प्रक्रिया क्यों शुरू नही हो सकती है।
पीडीपी प्रधान रविवार को अपने गुपकार रोड़ स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। महबूबा ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर जिला विकास परिषद के नाम पर लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गुपकार अलायंस के उम्मीदवार सुरक्षा के अभाव में घरों तक सीमित हैं। वही भाजपा, उसके सहयोगी दलों के उम्मीदवारों को प्रचार करने के लिए पूरी आजादी दी जा रही है।
पहले चरण में कश्मीर में लोगों के मतदान में उत्साह दिखाने संबंधी प्रश्न के उत्तर में महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पहले भी मतदान में लोग उत्साह दिखाते आए हैं। लेकिन इससे कश्मीर मसले का समाधान नहीं हुआ। उन्होंने दावा किया कि कश्मीर में 9 लाख सुरक्षाकर्मी बैठे हुए हैं। अगर 370 हटाने से मसले हल हो गए हैं तो सेना कश्मीर में क्यों बैठी है, उसे सीमा पर होना चाहिए।
भाजपा को निशाना बनाते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि क्या देश इस पार्टी के एजेंडे पर चल रहा है। हमें कहा जा रहा है कि अनुच्छेद 370 पर बात ना करें। वहीं भाजपा के दस में से 9 मंत्री सिर्फ अनुच्छेद 370 पर ही बात कर रहे हैं। अगर उन्हें लगता है कि 370 हमेशा के लिए चला गया है तो वह अपने भाषण में इस पर इतना क्यों बोल रहे हैं। महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया कि कश्मीर में बातचीत बात करने के लिए भी आजादी नहीं है। जो भी अपनी आवाज उठाता है, उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया जाता है।
टेरर फंडिंग के मामले में फंसे पार्टी नेता वाहिद पारा को निर्दोष करार देते हुए उन्होंने कहा कि वह एक शांति प्रिय नेता है उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया है। वहीं घर में नजरबंद करने के आरोप पर महबूबा मुफ्ती ने कहा कि शुक्रवार को उन्हें नजरबंद किया गया था। चुनाव आयोग व प्रशासन के अधिकारियों का कहना था कि उन्हें घर में नजरबंद नहीं किया गया है। इससे जम्मू कश्मीर के हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है। सच को छिपाया जा रहा है।
महबूबा ने आरोप लगाया कि हमारे चुनाव में हिस्सा लेने का फैसला करने के बाद हमारे नेताओं कार्यकर्ताओं को प्रताडि़त किया जा रहा है। विरोधी उम्मीदवारों को प्रचार के लिए सुरक्षा ने देकर लोकतंत्र को मजाक बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों व सिखों से भेदभाव किया जा रहा है।
वहीं रोशनी योजना पर महबूबा मुफ्ती ने कहा कि है कोई घोटाला नहीं है। यह एक योजना थी जिसे गरीबों के लिए बनाया गया था। असली घोटाले चुनाव में हुए हैं व इन घोटालों की जांच करनी चाहिए। अगर भाजपा जमीन के घोटालों को लेकर इतने ही गंभीर है तो उसे सिर्फ बड़ी मछलियों को भी पकडऩा चाहिए। उन गरीबों को तंग नहीं करना चाहिए जिनके पास 5 मरले जमीन तक नहीं है। अब गरीबों को नोटिस भेजकर उन्हें तंग कया जा रहा है ऐसा। मुझे भी नोटिस भेजा गया है।