महबूबा के घर पर बैठक आज, राजनीतिक एजेंडे को धार देगा पीपुल्स एलांयस

पीपुल्स एलायंस फार गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) की अहम बैठक शनिवार को पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के निवास पर होने जा रही है। इसमें सभी दलों को न्योता दिया जा चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 06:04 AM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 06:04 AM (IST)
महबूबा के घर पर बैठक आज, राजनीतिक एजेंडे को धार देगा पीपुल्स एलांयस
महबूबा के घर पर बैठक आज, राजनीतिक एजेंडे को धार देगा पीपुल्स एलांयस

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पीपुल्स एलांयस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) का जल्द ही संगठनात्मक ढांचा तैयार होगा। पीएजीडी के राजनीतिक एजेंडे को धार देते हुए विजन डाक्यूमेंट घोषित किया जाएगा। कश्मीर केंद्रित सात दलों ने जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के खिलाफ पीएजीडी गठित किया है।

इस बीच, पीपुल्स एलायंस फार गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) की अहम बैठक शनिवार को पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के निवास पर होने जा रही है। इसमें सभी दलों को न्योता दिया जा चुका है। जबकि कांग्रेस की भागीदारी को लेकर संशय बना हुआ है। पीएजीडी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि आगे की रणनीति तय करने के लिए शनिवार दोपहर को महबूबा के घर पर पीएजीडी के सभी घटक दलों के प्रमुख नेताओं की एक बैठक होगी। इसमें आगे की रणनीति और पीएजीडी के संगठनात्मक ढांचे पर चर्चा होगी। माकपा नेता मोहम्मद युसुफ तारीगामी ने कुछ ज्यादा बताने से इन्कार करते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 से संबंधित मामलों पर ही विचार विमर्श होगा।

गौरतलब है कि नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला के निवास पर 15 अक्टूबर को पीडीपी, पीपुल्स कांफ्रेंस, जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट, अवामी नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई थी। महबूबा भी बैठक में मौजूद थी। सभी ने मिलकर चार अगस्त 2019 को घोषित गुपकार घोषणा को लागू कराने व जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल कराने के लिए पीपुल्स एलांयस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन का गठन किया था। नेकां और पीडीपी से जुडे़ नेताओं की मानें तो कश्मीर केंद्रित मुख्याधारा के सात दलों के बीच पीएजीडी का संगठनात्मक ढांचा तैयार करने पर संबंधित दलों में गहन विचार विमर्श चल रहा है। पीएजीडी के प्रस्तावित संगठनात्मक ढांचा में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, मुख्य संयोजक, प्रमुख प्रवक्ता, प्रवक्ता और एक कार्यकारी परिषद होगी। फारूक होंगे अध्यक्ष : पदाधिकारियों में पीएजीडी के प्रत्येक घटक दल के नेताओं को शामिल किया जाएगा। दावा किया है कि डॉ. फारूक अब्दुल्ला को राजनीतिक अनुभव और उम्र के लिहाज से पीएजीडी का अध्यक्ष मनोनीत किया जाएगा। पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन के पास भी अहम जिम्मेदारियां रहेंगी। नेकां उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी पीएजीडी की कार्यकारी परिषद में शामिल होंगे।

पीएजीडी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि संगठनात्मक ढांचे के साथ ही विजन डाक्यूमेंट भी तैयार किया जा रहा है। सभी संबंधित दलों से उनके सुझाव और कश्मीर के कुछ वरिष्ठ संविधान विशेषज्ञों से राय ली जा रही है। पीएजीडी के घटक दलों के नेताओं के मुताबिक, उनके एजेंडे को नाकाम बनाने के लिए केंद्र सरकार कई तरह के भ्रम पैदा कर सकता है। कई बार नेताओं के बीच विभिन्न मुद्दों पर आपसी मतभेद हो सकते हैं इसलिए विजन डाक्यूमेंट जो एक तरह से पीएजीडी का संविधान होगा, जरूरी है। इससे आम लोगों को भी साथ जोड़ना आसान होगा। सभी नेताओं को जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के खिलाफ लड़ाई को कामयाब बनाने के लिए अलग-अलग जिम्मेदारियां दी जाएंगी। प्रमुख प्रवक्ता और प्रवक्ता के अलावा सिर्फ दो वरिष्ठ नेताओं के बयान ही पीएजीडी के अधिकारिक बयान होंगे। पीएजीडी में शामिल दलों के अन्य नेता किसी भी नीतिगत मुद्दे पर बयान नहीं देंगे। पीएजीडी के संगठनात्मक ढांचे को तैयार करने के साथ एक कार्यालय बनाया जाएगा।

कांग्रेस ने किया समर्थन : कांग्रेस ने भी पीएजीडी के समर्थन का एलान किया है, लेकिन वह इसके संगठनात्मक ढांचे में कहां फिट होगी और उसके नेता कौन सी जिम्मेदारी लेंगे, इस पर संशय बना हुआ है।

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