Jammu And Kashmir: जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों ने युवक को मारी गोली

Jammu And Kashmir जम्मू-कश्मीर में शोपियां के ग्राम नीलदुरा में आतंकियों ने एक युवक को गोली मारी है। युवक को पास के अस्पताल में दाखिल कराया गया है। सर्च आपरेशन जारी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 08:23 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 08:23 PM (IST)
Jammu And Kashmir: जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों ने युवक को मारी गोली
जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों ने युवक को गोली मारी।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। Jammu And Kashmir: जम्मू-कश्मीर में शोपियां के ग्राम नीलदुरा में आतंकियों ने एक युवक को गोली मारी है। युवक को पास के अस्पताल में दाखिल कराया गया है। सर्च आपरेशन जारी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं, जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि शोपियां में अमशीपोरा मुठभेड़ की जांच अंतिम चरण में है। सेना और पुलिस दोनों ही मामले की जांच कर रही हैं। उन्होंने एडवोकेट बाबर कादरी के हत्यारों के बारे में अहम सुराग जुटाए जाने का भी दावा किया है। उन्होंने कहा कि दोनों ही मामले बहुत जल्द हल हो जाएंगे। कोई अपराधी कानून के शिकंजे से नहीं बचेगा। सोमवार को जिला पुलिस लाइन पुलावामा में दिलबाग सिंह ने कहा कि श्रीनगर के डाउन टाउन में एडवोकेट बाबरी की गत सप्ताह हुई हत्या के बारे में पुलिस के कुछ अहम सुराग जुटा लिए हैं।

एसआइटी जल्द ही इस पूरी वारदात की गुत्थी को सुलझा लेगी। इस वारदात में कौन लोग लिप्त हैं, हत्या क्यों और कैसे हुई, आतंकियों ने यह हत्या क्यों की, इन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे।डीजीपी ने कहा कि अमशीपोरा शोपियां में राजौरी के तीन श्रमिकों को एक कथित फर्जी मुठभेड़ की जांच अंतिम दौर में है। सेना ने पहले ही मान लिया है कि अमशीपोरा मुठभेड़ में अफस्पा का दुरुपयोग हुआ है। मारे गए युवक राजौरी के लापता श्रमिक ही थे। पुलिस ने भी डीएनए जांच में इस तथ्य को दोबारा साबित किया है। पुलिस की जांच भी अंतिम दौर में है और सेना की जांच भी पूरी होने वाली है। एसएसपी शोपियां इस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रहे हैं। इस मामल में जो भी लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ संबधित कानून के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।

उल्लेखनीय कि 18 जुलाई को शोपियां के अमशीपोरा में सेना की 62 आरआर ने एक मुठभेड़ में तीन आतंकियों का मार गिराने का दावा किया था। बाद में पता चला कि वे तीनों आतंकी नहीं जिला राजौरी से कश्मीर में रोजी-रोटी कमाने आए तीन श्रमिक थे। सेना ने इस मामले में तीन तथाकथित स्थानीय मुखबिरों से भी पूछताछ की है।

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