Target Killing In Kashmir : कश्मीर में दुपहिया वाहनों को जब्त करने का अभियान सिर्फ आतंकी हिंसा पर काबू पाने के लिए चलाया गया है
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि वादी में विशेषकर श्रीनगर और उसके साथ सटे इलाकों में सक्रिय आतंकी दुपिहया वाहन ही इस्तेमाल करते हैं। कई वारदातो में दुपहिया वाहनों का ही इस्तेमाल होता है। श्रीनगर में हुई नागरिक हत्याओं में भी इनका इस्तेमाल हुआ है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : वादी में निर्दाेष नागरिकों और गैर मुस्लिमों की हत्या की वारदातों के बाद मुस्तैद हुई पुलिस ने बीते दो दिनों में बीसियों दुपहिया वाहन( मोटरसाइकिल व स्कूटी )जब्त कर लिए हैं। इससे संबधित लोगों के लिए कई दिक्कतें पैदा हो गई हैं, वहीं विभिन्न राजनीतिक दलों पुलिस के इस अभियान की निदां करते हुए कहा कि सरकार को अपनी जनविरोधी नीतियों से आम लोगों की कमर तोड़ने के बजाय आमजन की भलाई के लिए कोई जनहितैशी कार्य करना चाहिए।
इस बीच, आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि वादी में दुपहिया वाहनों को जब्त करने का अभियान सिर्फ आतंकी हिंसा पर काबू पाने के लिए चलाया गया है।ग्रीष्मकालीन राजधानी में आतंकी किसी भी जगह आने जाने के लिए दुपहिया वाहन ही इस्तेमाल कर रहे हैं।
घाटी में बीते दिनों हुई गैर कश्मीरी और गैर मुस्लिम नागरिकों की हत्याओं के बाद प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। श्रीनगर में आने जाने के सभी प्रमुख रास्तों पर अस्थायी नाके लगाए गए हैं और विभिन्न गली-बाजारों में गश्त कर रहे पुलिस व सीआरपीएफ केजवान किसी भी जगह खड़े हो वहां से गुजरने वाले तत्वों की तलाशी ले रहे हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में दुपहिया वाहनों को जब्त किया जा रहा है। दुपहिया वाहन चालक को सिर्फ यही कहा जाता है कि थाने आ जाना। इससे कई छात्रों, नौकरी पेशा लोगों और विभिन्न कूरयिर कंपनियों और ई-कामर्स कंपनियों से जुड़े उनके डिलवरी ब्वायज के लिए दिक्कत पैदा हो चुकी है। इनमें से कई अब पैदल ही चल रहे हैं या फिर अपने घर तक सीमित होकर रह गए हैं।
कोठीबाग पुलिस स्टेशन में अपना मोटरसाइकिल छुडाने आए एक बैंक कर्मी ने कहा कि मैं तीन घंटे से यहां लाचार खड़ा हूं। मैं दोपहर को भोजनावकाश के समय बैंक से बाहर निकल, एक रेस्तरां की तरफ जा रहा था। पुलिस ने रोका। मैने सभी दस्तावेज दिखाए, मैने हैल्मेट भी पहना था। फिर भी मेरा मोटरसाइकिल जब्त कर लिया गया। मुश्ताक अहमद नामक एक डिलवरी ब्वाय ने कहा कि मेरा मोटरसाइकल मंगलवार को जब्त हुआ है। मैंने तब से आज तक कोई काम नहीं किया है। आप ही बताएं कि मेरा क्या कसूर है। मैने सार कागज दिखाए हैं, हैल्मेट भी पहना था। मुझे करीब 60 किलो का बैग उठाकर वापस गोदाम तक जाना पड़ा । तीन किलोमीटर मैं पैदल चला और वह भी 60 किलो वजन उठाकर।
नेशनल कांफ्रेंस के प्रवक्ता इफरा जान ने कहा कि दुपहिया वाहनों केा जब्त कर, पुलिस आखिर साबित क्या करना चाहती है। इससे कई लोगों का रोजगार प्रभावित हो रहा है, कई बच्चे समय पर टयूशन पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। कया यह वही नया कश्मीर है,जिसका वादा पांच अगस्त 2019 को किया गया था। नियमों के उल्लंघन पर आप किसी का भी वाहन जब्त करें, लेकिन सुरक्षा के नाम पर किसी को नाहक परेशान नहीं किया जाना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने भी पुलिस के इस अभियान की निंदा करते हुए कहा कि पेट्रोल की लगातार बड़्ती कीमतों से परेशान लोगों ने कार का इस्तेमाल बंद कर दिया है और वह अब दुपहिया वाहन अपना रहे हैं। पुलिस उनके यह वाहन जब्त कर उनहें परेशान कर रही है। अगर सड़क पर दुपहिया वाहनों को चलने की इजाजत नहीं है तो फिर आम आदमी करेगा क्या। यह ठीक नहीं है। सुरक्षा के नाम पर किसी को तंग नहीं करना चाहिए। ऐसे कार्याें से लोगों में गुस्सा पैदा होता है।
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि वादी में विशेषकर श्रीनगर और उसके साथ सटे इलाकों में सक्रिय आतंकी दुपिहया वाहन ही इस्तेमाल करते हैं। कई वारदातो में दुपहिया वाहनों का ही इस्तेमाल होता है। श्रीनगर में हुई नागरिक हत्याओं में भी इनका इस्तेमाल हुआ है। इसके अलावा आतंकी अपने नेटवर्क के साथ संपर्क साधने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवा का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए हमने आतंकियों पर दबाव बनाने और उनके द्वारा इस्तेमाल दुपहिया वाहनों को चिन्हित करने के लिए ही यह अभियान चलाया है। वादी के कुछेक हिस्सो में इंटरनेट सेवा भी इसलिए बंद की गई है।