तीन और वाहन बमों संग हमले की तैयारी में हिज्ब

बनिहाल में सीआरपीएफ काफिले पर वाहन बम हमले को अंजाम देने में नाकाम रहा आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने तीन और वाहन बमों के साथ आत्मघाती हमले की तैयारी में जुटा है। यह खुलासा पंजाब के बठिडा स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय से मंगलवार को गिरफ्तार किए गए पीएचडी स्कॉलर हिलाल अहमद मंटु ने किया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Apr 2019 11:49 AM (IST) Updated:Fri, 26 Apr 2019 06:44 AM (IST)
तीन और वाहन बमों संग हमले की तैयारी में हिज्ब
तीन और वाहन बमों संग हमले की तैयारी में हिज्ब

राज्य ब्यूरो, जम्मू : बनिहाल में सीआरपीएफ काफिले पर वाहन बम हमले को अंजाम देने में नाकाम रहा आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने तीन और वाहन बमों के साथ आत्मघाती हमले की तैयारी में जुटा है। यह खुलासा पंजाब के बठिडा स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय से मंगलवार को गिरफ्तार किए गए पीएचडी स्कॉलर हिलाल अहमद मंटु ने किया है। फिलहाल, मंटु सहित पकड़े गए हिज्ब के छह आतंकियों को पुलिस बनिहाल, शोपियां और काजीगुंड में उन जगह ले जाने की तैयार में हैं, जहां 30 मार्च को बनिहाल में सीआरपीएफ काफिले पर हमले से पूर्व कार बम को रखा गया या फिर तैयार किया गया। इसके अलावा पुलिस ने बनिहाल में सक्रिय हिज्ब के तीन ओवरग्राऊंड वर्करों की भी निशानदेही की है जो इस साजिश में प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से जुड़े हैं।

गौरतलब है कि 30 मार्च सुबह श्रीनगर से जम्मू की तरफ आ रहे सीआरपीएफ काफिले पर बनिहाल के नौगाम से कुछ दूरी पर हिजबुल मुजाहिदीन के एक आतंकी उवैस अमीन ने कारबम से हमले की कोशिश की थी। कार में धमाका तो हुआ, लेकिन वह भागने में कामयाब रहा और अगले दिन पकड़ा गया था।

उवैस अमीन की निशानदेही और पूछताछ के आधार पर पुलिस ने करीब एक दर्जन युवकों को पुलवामा और शोपियां से हिरासत में लिया। इनमें से सक्रिय रूप से हिज्ब से जुड़े चार युवकों वसीम अहमद उर्फ डाक्टर पुत्र अब्दुल नजीर डार निवासी चकूरा पुलवामा, बेईल शोपियां के दो सगे भाई मोहम्मद शफी व आकिब शफी और कनिहामा शोपियां के शाहिद वानी उर्फ वाटसन की हमले में भूमिका की पुष्टि होने के बाद गिरफ्तार किए गए।

संबधित पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिलाल, उवैस अन्य चार आतंकियों की पूछताछ से पता चला है कि हिज्ब ने हाइवे पर या किसी अन्य जगह सुरक्षाबलों पर हमले के लिए कम से कम तीन से चार वाहन बम धमाके की साजिश रची है। इसके लिए पुरानी कारों का बंदोबस्त किया गया है और आवश्यक विस्फोटक भी जुटा लिए हैं। वाहन बम दक्षिण कश्मीर में अलग-अलग जगह हैं। फिलहाल, इन्हें बरामद करने के लिए एक विशेष दल बनाया गया है।

हमले से पूर्व संपर्क में भी सभी आतंकी

बनिहाल बम कांड की जांच कर रहे एसपी रैंक के एक अधिकारी ने बताया कि हिलाल के साथ उवैस व अन्य चारों आतंकी हमले से पूर्व तक लगातार संपर्क में थे। वह मोबाइल फोन पर एक विशेष एप के जरिए संपर्क करते थे। हिलाल की गतिविधियों लगातार सर्वेलांस पर रखीं। सभी तथ्य जुटाने के बाद ही उसे गिरफ्तार किया है। हिलाल ने न सिर्फ बनिहाल हमले की साजिश को अंजाम देने के लिए पैसे का बंदोबस्त किया बल्कि कार बम भी उसने ही तैयार किया था। कार बम को अंजाम देने मे नाकाम रहे उवैस ने भी इसकी पुष्टि की है।

26-27 मार्च को भी किया था हमले का प्रयास

उवैस के मुताबिक, बनिहाल मे 30 मार्च को हमला करने से पूर्व 26 और 27 मार्च को भी हमले का प्रयास किया था। पहले दिन काजीगुंड को हमले के लिए चुना, लेकिन सुरक्षाबलों के काफिले में वाहनों की संख्या नाम मात्र थी और हमले का प्लान टाल दिया। फिर 27 मार्च को बनिहाल में हमले की कोशिश की, लेकिन कार में धमाका नहीं हुआ। इस पर उवैस ने हिलाल से संपर्क किया। हिलाल बनिहाल पहुंचा और कार बम की तकनीकी खराबी ठीक की। इसके बाद 30 मार्च को हमले को अंजाम दिया गया। लेकिन कार में धमाका काफिले से चंद मीटर की दूरी पर हुआ। नायकू और रईस ने तैयार करवाया प्लान

हिलाल मंटु ने उवैस द्वारा उपलब्ध कराई जानकारी की पूछताछ में पुष्टि करते हुए बताया कि सुरक्षाबलों के काफिले पर हमले की साजिश को हिज्ब कमांडर रियाज नायकू और रईस अहमद खान के निर्देश पर रचा गया। नायकू ने ही मंटु को वाहन बम तैयार करने का जिम्मा सौंपा था। मंटु ने वसीम, आकिब, मोहम्मद शफी और वाटसन से मिलकर विस्फोटक जमा किए और कारबम बनाया। वारदात में प्रयुक्त कार को नई दिल्ली से चुराकर कश्मीर लाया गया और उसके चेसिस व इंजन नंबर मिटाने का प्रयास किया, ताकि किसी को पता नहीं चले।

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