Jammu Kashmir : सदियों पुरानी हस्तकला के संरक्षण के लिए होेगा हरसंभव प्रयास

केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर में चलाए जा रहे जन पहुंच कार्यक्रम के तहत इन दिनों कश्मीर के दौरे पर हैें। उन्होंने कहा कि सदियों पुरानी हस्तकला और इससे जुड़े कारीगरों के संरक्षण के लिए केंद्र सरकार हर संभव मदद करेगी।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 09:26 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 09:26 PM (IST)
Jammu Kashmir : सदियों पुरानी हस्तकला के संरक्षण के लिए होेगा हरसंभव प्रयास
हस्तकलाओं और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने कुशल भारत कार्यक्रम के तहत कई योजनाएं शुरू की

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को यकीन दिलाया कि कश्मीर की विशिष्ट और सदियों पुरानी हस्तकला और इससे जुड़े कारीगरों के संरक्षण और सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए केंद्र सरकार हर संभव मदद करेगी। वह आज उत्तरी कश्मीर के पट्टन में मीरगुंड हैंडीक्राफ्ट कलस्टर में स्थानीय दस्तकारों को संबोधित रहे थे। उन्होंने कहा कि परंपरागत हस्तकलाओं और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कुशल भारत कार्यक्रम के तहत कई योजनाएं शुरू की हैं।

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर में चलाए जा रहे जन पहुंच कार्यक्रम के तहत इन दिनों कश्मीर के दौरे पर हैें। आज उन्होंने जिला बारामुला के विभिन्न इलाकोें का दौरा करते हुए विभिन्न सामाजिक, राजनीनीतिक, व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करने के अलावा पंचायत राज संस्थानों के प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों संग बैठक में विकास योजनाओं का भी जायजा लिया।

दस्तकारोें के साथ बातचीत में मंत्री बताया कि केंद्र सरकार और केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश सरकार कश्मीर की दस्तकारी के संरक्षण के लिए सभी प्रभावी कदम उठा रही है। कश्मीरी दस्तकारी की पहचान को संरक्षित रखने के लिए विभिन्न उत्पादाें के लिए जियोग्राफिकल इंडिकेशन टैग भी प्राप्त किया जा रहा है। पश्मीना शॉल के लिए जियो टैगिंग प्राप्त की जा चुकी है,अन्य उत्पादों के लिए भी प्रयास हो रहा है।

उन्होंने कश्मीर की दस्तकारी की सराहना करते हुए कहा कि कुशल भारत कार्यक्रम के तहत स्थानीय हस्तकलाओं और कारीगरों के प्रोत्साहण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यही कारण है कि बीते कुछ वर्षाें मेे हस्तशिल्पउद्योग के जरिए राजस्व प्राप्ति में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। मंत्री ने इस अवसर पर दस्तकारों द्वारा उठाए गए मुददों का जिक्र करते हुए कहा कि कश्मीरी दस्तकारी के सामान के निर्यात के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। केंद्र और जम्मू कश्मीर प्रदेश सरकार दोनों ही देश के विभिन्न भागों में कश्मीरी दस्तकारोें के लिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शनियों का भी आयोजन करेगी।

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