शोपियां में दुकानदार को गोली मारने वाला आतंकी ढेर

नशीले पदार्थो की तस्करी के रास्ते लश्कर- ए-तैयबा का आतंकी बने अनायत अशरफ डार को सुरक्षाबलों ने वीरवार को शोपियां के केशवा में उसके घर के पास ही मुठभेड़ में मार गिराया। अनायत ने ही बुधवार की रात को शोपियां में एक दुकानदार को गोली मारकर घायल किया था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 05:38 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 05:38 AM (IST)
शोपियां में दुकानदार को गोली मारने वाला आतंकी ढेर
शोपियां में दुकानदार को गोली मारने वाला आतंकी ढेर

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: नशीले पदार्थो की तस्करी के रास्ते लश्कर- ए-तैयबा का आतंकी बने अनायत अशरफ डार को सुरक्षाबलों ने वीरवार को शोपियां के केशवा में उसके घर के पास ही मुठभेड़ में मार गिराया। अनायत ने ही बुधवार की रात को शोपियां में एक दुकानदार को गोली मारकर घायल किया था। वहीं, कुलगाम जिले के तिरनारियां दमहाल हांजीपोरा में सुरक्षाबलों ने एक भूमिगत आतंकी ठिकाने का पता लगाया। यहां से हथियारों का जखीरा, कंबल, बर्तन व अन्य सामान बरामद किया। इस ठिकाने को नष्ट कर दिया गया है। शोपियां के चित्रीगाम कलां में दुकानदार जीवर हमीद बट पर बुधवार की रात को आतंकी हमला हुआ था। उक्त दुकानदार के बारे में दावा है कि वह नशीले पदार्थो की तस्करी में लिप्त रहा है। पुलिस ने हमले के बाद तलाशी अभियान चलाया और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि उससे पूछताछ में पता चला कि केशवा का रहने वाला आतंकियों का ओवरग्राउंड वर्कर अनायत अशरफ डार कुछ दिन पहले ही लश्कर का सक्रिय आतंकी बना है। वह असाल्ट राइफल और पिस्तौल लेकर अक्सर अपने इलाके में घूमता है और लोगों को धमकाता है। वह नशा तस्करी में भी लिप्त रहा है। दुकानदार जीवर पर हमले में भी वह शामिल था। पूछताछ के कुछ ही देर बाद पुलिस को पता चला कि आतंकी अनायत केशवा में ही एक जगह अपने साथियों संग छिपा है। पुलिस ने वीरवार तड़के सेना के जवानों के साथ मिलकर केशवा में उसे घेर लिया। उसे सरेंडर के लिए कहा, लेकिन नहीं माना। इस बीच, सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकाने के आसपास के घरों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। अनायत ने घेराबंदी तोड़ भागने लिए फायरिग की, तो सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में वह ढेर हो गया। उसके पास से एक पिस्तौल और अन्य सामान मिला है। सूत्रों ने बताया कि उसके साथ एक या दो आतंकी और थे जो घेराबंदी शुरू होने से पहले ही भाग गए।

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