आतंकियों को मस्जिदों का दुरुपयोग करने से रोकें : सीआरपीएफ

राज्य ब्यूरो श्रीनगर सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के विशेष महानिदेशक जुल्फिकार ह

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Jul 2020 08:22 AM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2020 08:22 AM (IST)
आतंकियों को मस्जिदों का दुरुपयोग करने से रोकें : सीआरपीएफ
आतंकियों को मस्जिदों का दुरुपयोग करने से रोकें : सीआरपीएफ

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के विशेष महानिदेशक जुल्फिकार हसन ने आतंकियों द्वारा मस्जिदों के दुरुपयोग को गैर इस्लामिक करार देते हुए कहा कि हमें धर्मस्थलों की पवित्रता को बनाए रखना चाहिए। मस्जिद व अकाफ कमेटियों को चाहिए कि आतंकियों को मस्जिदों पर कब्जा न करने दें। सोपोर में आतंकी हमले के दौरान एक नागरिक की मौत को लेकर पैदा विवाद को अनावश्यक करार देते हुए उन्होंने कहा कि वह मस्जिद से हुई फायरिग में मारा गया।

बड़गाम के हुमहामा में सोपोर हमले में शहीद हेडकांस्टेबल दीपचंद वर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में जुल्फिकार हसन ने कहा कि तलाशी के दौरान सुरक्षा बल धर्मस्थलों में प्रवेश नहीं करते। बुधवार को सोपोर में सीआरपीएफ जवानों पर हमला मस्जिद में छिपे आतंकियों ने किया था। आतंकियों द्वारा धर्मस्थलों में दाखिल होकर सुरक्षाबलों पर हमला करना निर्दोष लोगों पर गोली चलाना, अत्यंत निदंनीय और गैर इस्लामिक है। मुठभेड़ में नागरिक की मौत पर विवाद को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि तकनीकी सुबूत से पता चलता है कि मस्जिद से दागी गोली ही उसकी पीठ में लगी है। मैंने खुद मौके का जायजा लिया है, वहां लोगों से मुलाकात की है। कैमरे की फुटेज भी देखी है। दिवंगत के साथ मौजूदा उसका नाती बहुत डरा और सहमा था। सीआरपीएफ के जवान ने उसे वहां से निकाला।

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श्री अमरनाथ यात्रा को सुरक्षित कराने के लिए पूरी तरह तैयार

श्री अमरनाथ यात्रा के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर यात्रा को आयोजित किया जाता है तो हम इसे पूरी तरह से सुरक्षित और विश्वासपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जो कार्ययोजना दी जाएगी, उसके अनुरूप काम करेंगे।

उत्तरी कश्मीर में भी जल्द आतंकियों का सफाया होगा :

उन्होंने कहा कि दक्षिण कश्मीर में आतंकियों का लगभग सफाया हो चुका है। इससे वह हताश हैं और सोपोर जैसा कोई सनसनीखेज हमला कर अपने कैडर को जमा रखने का प्रयास कर रहे हैं। जल्द ही उत्तरी कश्मीर में भी आतंकियों का सफाया होगा। आतंकियों की गोली से ही हुई बशीर की मौत

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के विशेष महानिदेशक जुल्फिकार हसन ने कहा कि बुधवार को सोपोर में आतंकी हमले में मारे गए नागरिक बशीर अहमद की मौत आतंकियों की गोली से ही हुई है। हमारे पास इसकी पुष्टि के लिए तकनीकी साक्ष्य उपलब्ध है। कुछ लोग जानबूझकर मामले को गलत रंग देने पर तुले हैं। आतंकियों के गुनाह सुरक्षाबलों के माथे पर मढ़ रहे हैं।

हुमहामा क्षेत्र में वीरवार को शहीद सीआरपीएफ जवान दीपचंद वर्मा के श्रद्धांजलि समारोह में हिस्सा लेने के बाद हसन पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। हसन ने कहा कि हमला मस्जिद में छिपे आतंकियों ने किया था। एक नागरिक की मौत हम सभी के लिए दुखदायी है। यह दुर्भाग्यजनक है। मुझे लगता है कि कुछ लोग झूठी खबर फैला रहे हैं कि सीआरपीएफ जवानों ने बशीर को गाड़ी से बाहर निकाल गोली मारी है। आतंकियों ने उन्हें मारा है। मैंने खुद मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया है। हमले के समय मौजूद रहे कई लोगों से बातचीत की है। कैमरों की फुटेज और विभिन्न तकनीकी विवरणों के आधार पर भी पता चला है कि बशीर आतंकियां की गोली से मरा है। उसकी मौत के लिए सुरक्षाबलों को जिम्मेदार ठहरा रहे तत्वों से मेरा आग्रह है कि वह मस्जिद में छिपे आतंकियों को दोषी ठहराएं। आतंकियों ने सड़क पर आम लोगों की सुरक्षा को ताक पर रखकर जवानों पर हमला किया। मस्जिद में छिपे थे आतंकी

उन्होंने कहा कि हमारे जवानों ने मस्जिद की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए गोली नहीं चलाई। इसलिए सीआरपीएफ को बशीर की मौत के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। सीआरपीएफ जवान वहां चौराहे पर रोजाना की तरह ड्यूटी संभाल रहे थे कि मस्जिद में छिपे आतंकियों ने हमला कर दिया। शहीद दीपचंद ने उसी समय जवाबी प्रहार किया जिससे आतंकी ज्यादा नुकसान नहीं कर पाए। फायरिग के दौरान एक व्यक्ति जो निजी कार में था, फंस गया। वह कार से उतरा और जब कार से बच्चे को निकाल रहा तो आतंकियों की गोली उसके शरीर को भेद गई। हमने फायर के एंगल से लेकर कैमरों की फुटेज की जांच की है। बच्चा फायरिग में डर गया था। आतंकियों की गोलियों के बीच सुरक्षित वहां से निकाला गया। आतंकी मस्जिद के पिछले हिस्से से भागे हैं। मस्जिद में खून के धब्बे और दो मैगजीन व साठ से ज्यादा खाली कारतूस मिले हैं। इन आतंकियों की तलाश जारी है और हम जल्द ही इन्हें पकड़ लेंगे।

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