Attack on Temple : दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में मां भार्गशिखा के मंदिर पर हमला, मूर्तियां खंडित

हमले के समय मंदिर के पुजारी वहां उपस्थित नहीं थे। पुलिस अभी हमलावरों का सुराग नहीं लगा पाई है हालांकि इस मामले में एफआइआर दर्ज की गई है। वर्ष 2017 में भी इस मंदिर पर हमला हुआ था।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Sun, 03 Oct 2021 08:35 AM (IST) Updated:Sun, 03 Oct 2021 08:35 AM (IST)
Attack on Temple : दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में मां भार्गशिखा के मंदिर पर हमला, मूर्तियां खंडित
माता भार्गशिखा मंदिर पहलगाम के रास्ते में स्थित सूर्य मंदिर से करीब तीन किलोमीटर दूर एक पहाड़ी पर स्थित है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के मट्टन में स्थित कट्टरपंथियों ने मां भार्गशिखा के मंदिर पर हमला बोला और देवी की प्रतीक शिला और मूर्तियों को खंडित कर दिया। इतना ही नहीं इन लोगों ने मंदिर को आग लगाने का प्रयास किया। हमले के समय मंदिर के पुजारी वहां उपस्थित नहीं थे। पुलिस अभी हमलावरों का सुराग नहीं लगा पाई है, हालांकि इस मामले में एफआइआर दर्ज की गई है। वर्ष 2017 में भी इस मंदिर पर हमला हुआ था। इस हमले को घाटी में सामान्य होते हालात को फिर सुलगाने की साजिश के तहत देखा जा रहा है।

श्री माता भार्गशिखा मंदिर अनंतनाग से पहलगाम के रास्ते में स्थित सूर्य मंदिर से करीब तीन किलोमीटर दूर एक पहाड़ी पर स्थित है। पौराणिक काल का यह मंदिर एक टैकिंग रूट पर है। त्योहार और पर्व पर यह मंदिर सजा हुआ दिखता था, लेकिन धर्मांध कट्टरपंथियों को इसकी रौनक पसंद नहीं आई। शनिवार को कुछ लोग मंदिर में घुस गए और वहां तोड़-फोड़ आरंभ कर दी। आरोप है कि इन लोगों ने देवी के प्रतीक चिह्न को आग लगाने का प्रयास किया।

अनंतनाग के उपायुक्त डा. पीयूष सिंगला ने पुष्टि करते हुए बताया कि शनिवार दोपहर को हमें मंदिर में तोड़-फोड़ की सूचना मिली थी। एसएसपी अनंतनाग के नेतृत्व में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी अपने दल बल समेत मौके पर पहुंच गए। वहां की गई तोड़-फोड़ से संबधित कुछ सुराग जमा किए गए हैं। उन्होंने कहा कि दोषियों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के अनुसार जांच के लिए मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया गया है।

लगातार निशाने पर रहे हैं हिंदू धार्मिक स्थल : कश्मीरी हिंदुओं के धार्मिक स्थल लगातार इस्लामिक कट्टरपंथियों के निशाने पर रहे हैं। आतंकवाद के शुरुआती दिनों में लगातार हजारों मंदिरों को निशाना बनाया गया। कई मंदिर अभी भी जीर्ण-शीर्ण हालत में हैं या उनकी जमीन पर कब्जे कर लिए गए हैं। श्रीनगर के चर्चित रघुनाथ मंदिर को भी कट्टरपंथियों ने आग लगा दी थी। पनुन कश्मीर के चेयरमैन डा. अजय चुरुंगु ने कहा कि फिर साबित हो गया है कि कश्मीर में अभी भी धर्मांध जिहादियों का बोलबाला है। कश्मीर अभी भी कश्मीरी पंडितों, कश्मीरी हिंदुओं के लिए असुरक्षित है। मंदिर में तोड़-फोड़ और पवित्र शिला स्वरूप को नुकसान पहुंचाने के मामले में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को तुरंत संज्ञान लेना चाहिए।

उमर व महबूबा ने की निंदा : पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस समय हमारे पंडित भाइयों में सुरक्षा की भावना पैदा करने और उन्हें सहयोग प्रदान करने की जरुरत है। नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जिन शरारती तत्वों ने यह घिनौनी हरकत की है, उन्हें पकड़कर कानून के मुताबिक कठोरतम दंड दिलाया जाए। पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन और जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के चेयरमैन अल्ताफ बुखारी ने भी हमले की निंदा की।

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