Amshipora Encounter: अमशीपोरा मुठभेड़ की जांच अंतिम चरण में, कादरी के हत्यारों का मिला सुराग
Amshipora Encounter जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि अमशीपोरा शोपियां में राजौरी के तीन श्रमिकों के एक कथित फर्जी मुठभेड़ में मारे जाने की जांच भी अंतिम दौर में है। मारे गए युवक राजौरी के लापता श्रमिक ही थे।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर। Amshipora Encounter: जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि शोपियां के अमशीपोरा में हुई मुठभेड़ की जांच अंतिम चरण में है। सेना और पुलिस दोनों ही मामले की जांच कर रही हैं। उन्होंने एडवोकेट बाबर कादरी के हत्यारों के बारे में अहम सुराग जुटाए जाने का भी दावा किया है। उन्होंने कहा कि दोनों ही मामले बहुत जल्द हल हो जाएंगे। सोमवार को जिला पुलिस लाइन पुलावामा में दिलबाग सिंह ने कहा कि श्रीनगर के डाउन टाउन में एडवोकेट बाबरी की गत सप्ताह हुई हत्या के बारे में पुलिस ने कुछ अहम सुराग जुटा लिए हैं। एसआइटी जल्द ही वारदात की गुत्थी को सुलझा लेगी। इस वारदात में कौन लोग लिप्त है, हत्या क्यों और कैसे हुई, इन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे।
डीजीपी ने कहा कि अमशीपोरा शोपियां में राजौरी के तीन श्रमिकों के एक कथित फर्जी मुठभेड़ में मारे जाने की जांच भी अंतिम दौर में है। सेना ने पहले ही मान लिया है कि अमशीपोरा मुठभेड़ में अफस्पा का दुरुपयोग हुआ है। मारे गए युवक राजौरी के लापता श्रमिक ही थे। पुलिस ने भी डीएनए जांच में इस तथ्य को दोबारा साबित किया है। पुलिस की जांच भी अंतिम दौर में है और सेना की जांच भी पूरी होने वाली है। एसएसपी शोपियां इस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रहे हैं। इस मामल में जो भी लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ संबधित कानून के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि 18 जुलाई को शोपियां के अमशीपोरा में सेना की 62 आरआर ने एक मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराने का दावा किया था। बाद में पता चला कि वे तीनों आतंकी नहीं बल्कि जिला राजौरी से रोजी-रोटी कमाने के लिए कश्मीर आए थे। इधर, जम्मू-कश्मीर में आए दिन मुठभेड़ की घटनाएं हो रही हैं। मुठभेड़ों में अब तक कई आतंकी मारे जा चुके हैं।