32 पुलिसकर्मी इस साल हो चुके शहीद

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर के शोपियां में शुक्रवार को तीन पुलिस कर्मियों की हत्या

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 09:44 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 09:44 PM (IST)
32 पुलिसकर्मी इस 
साल हो चुके शहीद
32 पुलिसकर्मी इस साल हो चुके शहीद

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर के शोपियां में शुक्रवार को तीन पुलिस कर्मियों की हत्या के साथ ही इस साल घाटी में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में शहीद पुलिस कर्मियों की संख्या 32 हो गई है। सबसे ज्यादा सात पुलिसकर्मी अगस्त में शहीद हुए हैं, जबकि अप्रैल में एक ही पुलिसकर्मी शहीद हुआ था।

जानकारी के मुताबिक जनवरी में चार पुलिसकर्मी अलग-अलग आतंकी हमलों में शहीद हुए थे। जबकि फरवरी में शहीद हुए चार पुलिस कर्मियों में से दो पुलिसकर्मी मुश्ताक अहमद निवासी करनाह और बाबर खान निवासी शांगस अनंतनाग पांच फरवरी को एसएमएचएस अस्पताल में लश्कर कमांडर नवीद जट्ट को छुड़ाने के लिए हुए आतंकी हमले में शहीद हुए थे। इसके बाद 25 फरवरी को दो पुलिसकर्मी कुलतार ¨सह निवासी सांबा और फारूक अहमद इटटु मारे गए थे। कुलतार ¨सह चरार ए शरीफ जबकि फारूक अहमद श्रीनगर के सौरा इलाके में स्थित अलगाववादी नेता फजल हक कुरैशी के घर हुए आतंकी हमले में शहीद हुआ था।

मार्च में 20-21 तारीख की मध्यरात्रि में हलमतपोरा कुपवाड़ा में हुई मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। इस मुठभेड़ में सेना के तीन जवान शहीद हुए थे और पांच विदेशी आतंकी मारे गए थे। इसके बाद 29 मार्च को आतंकियों ने दच्छनीपोरा बिजबिहाड़ा में एसपीओ मुश्ताक अहमद और 31 मार्च को पुलवामा में एसपीओ मोहम्मद अशरफ आतंकी हमले में शहीद हुए थे।

अप्रैल के दौरान सिर्फ एक पुलिसकर्मी लतीफ गोजरी ने लाम त्राल में हुई मुठभेड़ में शहादत पाई थी। इस मुठभेड़ में चार आतंकी मारे गए थे। मई में दो पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। पुलिसकर्मी शमीम अहमद 11 मई को वाडवुन बडगाम और अब्दुल रशीद 15 मई को पादशाहीबाग बिजबिहाड़ा में हुए आतंकी हमलों में मारे गए थे।

दो जून को पंजगाम पुलवामा का रहने वाला पुलिसकर्मी आकिब वागे और 13 जून को कोर्ट कांप्लेक्स पुलवामा पर आतंकी हमले में दो पुलिसकर्मी गुलाम हसन वागे व गुलाम रसूल मारे गए थे। तनवीर अहमद नामक पुलिसकर्मी गलंदर पांपोर में आतंकी हमले और आशिक हुसैन 22 जून को खिरम सिरीगुफवारा में चार आतंकियों को मार गिराने के दौरान मारा गया।

5 जुलाई को जावेद अहमद डार नामक एक पुलिसकर्मी को वेहल शोपियां में आतंकियों ने अगवा कर मौत के घाट उतारा था, जबकि 16 जुलाई को नेशनल कांफ्रेंस नेता गुलाम मोहिउद्दीन मीर के सुरक्षा दस्ते में शामिल पुलिस कर्मी मुदस्सर अहमद मुरन पुलवामा में आतंकी हमले में मारा गया था।

अगस्त में सात पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं। तीन पुलिसकर्मी इंस्पेक्टर मोहम्मद अशरफ डार निवासी लारु पुलवामा, याकूब शाह निवासी लोसानी पुलवामा और फैयाज अहमद निवासी जाजीपोरा 22 अगस्त को पुलवामा और कुलगाम में ईद उल जुहा के मुबारक मौके पर आतंकी हमलों में शहीद हुए थे। चार अन्य पुलिसकर्मी कांस्टेबल इश्फाक अहमद मीर निवासी वत्रगाम डंगीवाचा, कांस्टेबल मोहम्मद इकबाल मीर निवासी हरदुछन्रोहामा, कांस्टेबल जावेद अहमद बट निवासी पंजीनारा सुंबल और एसपीओ आदिल मंजूर निवासी जावूरा शोपियां 29 अगस्त को अरहमा शोपियां में आतंकी हमले में शहीद हुए थे।

इसके अलावा 21 सितंबर को शोपियां में तीन पुलिस कर्मियों को भी आतंकियों ने मौत के घाट उतारा। इसके साथ ही इस साल मारे गए आतंकियों की संख्या 32 हो गई।

गौरतलब है कि इस साल अब तक आतंकी ¨हसा में 150 आतंकियों और 111 नागरिकों के अलावा 94 सुरक्षाकर्मियों समेत 355 लोग मारे गए हैं। शहीद 94वें सुरक्षाकर्मियों में 48 सैन्यकर्मी, 30 पुलिसकर्मी, आठ बीएसएफ कर्मी और आठ सीआरपीएफ कर्मी हैं।

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