कश्मीर से दिल्ली तक आयकर के छापे, 105 करोड़ के बेनामी लेनदेन का खुलासा
कश्मीर से लेकर नई दिल्ली तक तीन व्यापारिक समूह के 15 ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी में 105 करोड़ के अघोषित निवेश और लेन-देन का खुलासा हुआ है। इनमें से श्रीनगर में 14 और नई दिल्ली में एक ठिकाने पर वीरवार सुबह आयकर विभाग की टीमों ने छापामारी की। इसके अलावा इन ठिकानों से 1.
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर से लेकर नई दिल्ली तक तीन व्यापारिक समूह के 15 ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी में 105 करोड़ के अघोषित निवेश और लेन-देन का खुलासा हुआ है। इनमें से श्रीनगर में 14 और नई दिल्ली में एक ठिकाने पर वीरवार सुबह आयकर विभाग की टीमों ने छापामारी की। इसके अलावा इन ठिकानों से 1.82 करोड़ रुपये की नकदी और 74 लाख के आभूषण भी बरामद किए गए। आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार इसका कोई उल्लेख नहीं था और तमाम बेनामी लेनदेन में इस्तेमाल हो रहा था।
वीरवार सुबह ही आयकर विभाग के अधिकारियों ने कश्मीर के तीन नामी व्यापारियों के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों की तलाशी आरंभ की। यह कार्रवाई सूर्याेदय के साथ ही शुरू हो गई थी। अलग-अलग टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी शुरू की।
सीआरपीएफ व पुलिस के संयुक्त दस्ते के साथ आयकर विभाग के अधिकारियों ने श्रीनगर के नौहट्टा, राजबाग, निशात और सराईबाला इलाके में टीमें पहुंच गई और दस्तावेजों की जांच आरंभ कर दी। निशात में आयकर विभाग की टीम ने इम्तियाज अहमद कावूसा और बिलाल अहमद कावूसा के मकानों की तलाशी ली। यह दोनों कावूसा लेन निशात में रहते हैं। आयकर विभाग की टीम ने रेजिडेंसी रोड पर स्थित शॉपिग कांप्लेक्स एमएस मॉल और मौलाना आजाद रोड पर स्थित सिटी वॉक माल और नौहट्टा स्थित एक शोरूम की भी तलाशी ली। सराईबाला में भी दो दुकानों के खातों की जांच की गई है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार एमएस मॉल के मालिक इम्तियाज अहमद शाह हैं। उनके राजबाग स्थित घर की भी तलाशी ली गई है। सिटी वॉक के मालिक इम्तियात अहमद कावूसा और मंजूर अहमद शाह हैं। मंजूर अहमद शाह और एमएस मॉल के मालिक इम्तियाज अहमद शाह दोनों सगे भाई बताए जा रहे हैं।
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि करोड़ों के लेन-देन के बावजूद इन अधिकारियों ने आयकर का रिटर्न ही दाखिल नहीं किया। इसके अलावा शॉपिंग माल में 25 करोड़ रुपये का निवेश किया गया और इसकी आय के स्रोत की कोई जानकारी नहीं है। इसके अलावा श्रीनगर में इनकी कंपनी छह आवासीय टावर बना रही है। इतना ही नहीं 10 करोड़ रुपये स्कूल भवन में निवेश किया गया है। इन सब निवेश का कोई हिसाब-किताब नहीं है।