नए परिसीमन में सुंदरबनी घोषित हो अलग विधानसभा क्षेत्र

जम्मू कश्मीर में दो केंद्र शासित प्रदेश बनने से जम्मू कश्मीर में नई विधानसभाएं बनने की चर्चाएं लंबे समय से चल रही हैं। मौजूदा समय में चुनावी सुगबुगाहट और परिसीमन को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। दशकों से सुंदरबनी के लोग सुंदरबनी को अलग विधानसभा क्षेत्र बनाने की मांग कर रहे हैं। सुंदरबनी के लोगों ने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा सहित केंद्र सरकार से सुंदरबनी को अलग विधानसभा क्षेत्र बनाने की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 09:46 AM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 09:46 AM (IST)
नए परिसीमन में सुंदरबनी घोषित हो अलग विधानसभा क्षेत्र
नए परिसीमन में सुंदरबनी घोषित हो अलग विधानसभा क्षेत्र

संवाद सहयोगी, सुंदरबनी : जम्मू कश्मीर में दो केंद्र शासित प्रदेश बनने से जम्मू कश्मीर में नई विधानसभाएं बनने की चर्चाएं लंबे समय से चल रही हैं। मौजूदा समय में चुनावी सुगबुगाहट और परिसीमन को लेकर

विभिन्न राजनीतिक दलों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।

दशकों से सुंदरबनी के लोग सुंदरबनी को अलग विधानसभा क्षेत्र बनाने की मांग कर रहे हैं। सुंदरबनी के लोगों ने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा सहित केंद्र सरकार से सुंदरबनी को अलग विधानसभा क्षेत्र बनाने की मांग की है। स्थानीय लोगों में राज कुमार, राकेश कुमार, सोहनलाल, सुरेंद्र कुमार, कृष्ण लाल, सतपाल, मंकू राम का कहना है कि सुंदरबनी देश की आजादी से लेकर आज तक कई विकास कार्यों से वंचित हैं। यह क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ है। यहां आज भी न तो बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं हैं और न ही रोजगार के साधन। इसका मुख्य कारण सुंदरबनी के साथ राजनीति में सौतेला व्यवहार रहा है। देश के आजाद होने के बाद राजनीति का गढ़ नौशहरा रहा है। हर बार वहां से ही नेता जीतकर असेंबली में जाते रहे हैं। उन नेताओं ने सुंदरबनी के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया है। ऐसे में अब सुंदरबनी को अलग विधानसभा बनाए जाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। स्थानीय नेताओं का कहना है कि इतनी बड़ी विधानसभा होने पर आम लोगों के काम नहीं हो पाते। ऐसे में केंद्र सरकार से सुंदरबनी को अलग विधानसभा क्षेत्र बनाने की मांग यहां के हजारों लोग कर रहे हैं।

सुंदरबनी को अलग विधानसभा बनाने के लिए कांग्रेस पिछले कई वर्षों से संघर्ष कर रही है। वर्षों से सुंदरबनी की जनता सुंदरबनी को अलग विधानसभा बनाने की मांग को लेकर आंदोलन करती रही है। सुंदरबनी के आसपास के जिले रियासी और जम्मू की लगती पंचायतों को सुंदरबनी के साथ जोड़कर एक नया विधानसभा क्षेत्र बनाया जाए। इसकी मांग कांग्रेस पिछले कई वर्षों से कर रही है।

अगर जम्मू कश्मीर में होने वाले परिसीमन में सुंदरबनी को तोड़ा जाता है तो इसका कांग्रेस विरोध करेगी।

नैन चंद शर्मा, ब्लाक प्रधान, कांग्रेस नेशनल कांफ्रेंस (नेकां)के दौर में ही सुंदरबनी और नौशहरा को अलग-अलग सबडिवीजन दिए गए थें। अब वक्त आ गया है कि नए परिसीमन में सुंदरबनी को अलग विधानसभा क्षेत्र घोषित कर दिया जाए। सुंदरबनी की जनता चाहती है कि उपराज्यपाल सुंदरबनी की वर्षों पुरानी मांग को वजीर कमीशन और बलोरिया कमीशन की सिफारिशों के तहत सुंदरबनी के साथ साथ लगते इलाकों को जोड़ कर सुंदरबनी को अलग विधानसभा क्षेत्र घोषित करें। आज सुंदरबनी शिक्षा के क्षेत्र में मिनी केरला के नाम से जाना जाता है। यहां के बच्चे हर क्षेत्र में सुंदरबनी का नाम रोशन कर रहे हैं। लंबा विधानसभा क्षेत्र होने के कारण लोगों को भारी मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है। ऐसे में सरकार को सुंदरबनी को विधानसभा क्षेत्र घोषित कर देना चाहिए।

विपिन पाल शर्मा, प्रांतीय प्रधान, नेकां

सुंदरबनी वर्षों से अलग विधानसभा की मांग कर रहा है। पूर्व की सरकारों ने सुंदरबनी के साथ सौतेला व्यवहार किया है। वर्षों से राजनीति के शिकार रहे सुंदरबनी के लोगों की हमेशा मांग रही है कि सुंदरबनी को अलग विधानसभा क्षेत्र घोषित किया जाए । अफसोस कि आज तक ऐसा नहीं हो सका। नौशहरा विधानसभा क्षेत्र सुंदरबनी के पहाड़ी और दुर्गम इलाके हथल से शुरू होते हुए नौशहरा के कलाल लाम बॉर्डर तक जाकर लगता है। इसकी लगभग डेढ़ सौ किलोमीटर से ज्यादा लंबाई पड़ती है। ऐसे में हम माननीय देश के प्रधानमंत्री और उप राज्यपाल से मांग करते हैं कि सुंदरबनी को नई परिसीमन के आधार पर अलग विधानसभा क्षेत्र घोषित किया जाए।

पुष्पेंदर चड्ढा, ब्लाक प्रधान, नेकां सुंदरबनी को अलग विधानसभा बनाने के लिए केंद्र सरकार और जम्मू राज्यपाल से मांग करते हैं कि नए परिसीमन के आधार पर सुंदरबनी को अलग विधानसभा क्षेत्र घोषित किया जाए, क्योंकि वर्षों से सुंदरबनी की जनता राजनीति का शिकार हुई है। पूर्व की सरकारों ने हमेशा सुंदरबनी के साथ सौतेला व्यवहार किया है। इसका खामियाजा सुंदरबनी की आम जनता को भुगतना पड़ा है। मोदी सरकार के आने के बाद जम्मू कश्मीर में विकास की नई-नई गाथाएं लिखी जा रही हैं।

वजीर कमीशन की सिफारिशों के तहत सुंदरबनी के साथ लगते इलाके मल्ला, पुखरनी, भांबला, लेतर, रा- सलयोट, त्रियाठ, सुदंरबनी, सयोट सहित बैरीपतन जो जोड कर सुंदरबनी को एक अलग विधानसभा क्षेत्र घोषित किया जाए।

बालकृष्ण शर्मा, जिला प्रधान, भाजपा

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