सभी को समान अधिकार देता है भारत का संविधान
जागरण संवाददाता राजौरी गवर्नमेंट डिग्री कालेज दरहाल के राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से
जागरण संवाददाता, राजौरी : गवर्नमेंट डिग्री कालेज दरहाल के राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से धर्मनिरपेक्षता और भारत का संविधान विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें कालेज के छात्रों ने भारत जैसे देश में धर्मनिरपेक्षता के महत्व पर विचार-विमर्श किया। संगोष्ठी में राजकीय मेडिकल कालेज राजौरी के मुख्य लेखा अधिकारी मुहम्मद शफीक मलिक विशिष्ट अतिथि थे।
इस अवसर पर मुहम्मद शफीक मलिक ने देश की एकता व अखंडता से संबंधित एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करने के लिए छात्रों को सुनहरा अवसर प्रदान करने के लिए कालेज के राजनीति विज्ञान विभाग की भूमिका की सराहना की। उन्होंने छात्रों को हमेशा ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि इस तरह के मंच से उनके व्यक्तित्व का विकास होगा।
कालेज के प्रिसिपल प्रो. सुमनेश जसरोटिया ने एक अति महत्वपूर्ण विषय पर संगोष्ठी में भाग लेने के लिए कालेज के विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान सभी धर्मो को समान सम्मान और मान्यता देता है। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान भारत का सर्वोच्च कानून है।
इससे पहले अपने स्वागत भाषण में एचओडी राजनीति विज्ञान डा. जावेद अहमद मीर ने भारत के संविधान पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को संविधान को अंगीकार किया और 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। इस अवसर पर वरिष्ठ सदस्य एचओडी उर्दू डा. इम्तियाज हुसैन शाह ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि कालेज की ओर से आयोजित सभी कार्यक्रमों में कालेज के छात्र भाग ले रहे हैं और इससे उनके व्यक्तित्व का बेहतर विकास हो रहा है। गणित के विभागाध्यक्ष डा. अथर अजीज रैना ने छात्रों को हमेशा ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और कहा कि कालेज के छात्र बहुत कुछ सीख रहे हैं, जो संस्थान के बेहतर शैक्षणिक विकास के लिए एक अच्छा संकेत है।
कार्यक्रम की कार्यवाही का संचालन एचओडी फारसी डा. रियाज ने किया, जबकि सज्जाद अहमद, सादिया इरम और सिमरन नाज को क्रमश: पहला, दूसरा और तीसरा स्थान मिला।