एडीसी ने ग्रामीण विकास विभाग के कार्यो की समीक्षा की
जागरण संवाददाता राजौरी एडीसी राजौरी पवन कुमार ने बुधवार को पीडब्ल्यूडी डाक बंगले
जागरण संवाददाता, राजौरी : एडीसी राजौरी पवन कुमार ने बुधवार को पीडब्ल्यूडी डाक बंगले के कांफ्रेंस हाल में आयोजित बैठक में ग्रामीण विकास विभाग के प्रदर्शन की व्यापक समीक्षा की। बैठक में एसीडी सुशील खजूरिया, एसीपी मुहम्मद राशिद कोहली, सीएओ शबाना आजमीन, पीओ आइडब्ल्यूएमपी परवीन अख्तर, डीएसईओ बिलाल राशिद मीर, एक्सईएन आरईडब्ल्यू नूर अली और बीडीओ मौजूद थे।
संपत्तियों की जियो-टैगिग, आधार सीडिग, पंचायत स्तर के कार्यो के लिए बी श्रेणी के ठेकेदारों का पंजीकरण, एफटीओ निर्माण, जल संरक्षण संबंधी कार्यो पर प्रगति, पीएमएवाई और मनरेगा के तहत भुगतान, बैक टू विलेज कार्यो सहित विभिन्न बिदुओं के संबंध में चर्चा हुई। एडीसी ने संपत्तियों की जियो टैगिग का जायजा लेते हुए यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी संपत्तियों को हर चरण में जल्द से जल्द जियो टैग किया जाए।
पीएमएवाई और मनरेगा के तहत समय पर भुगतान की समीक्षा करते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि लाभार्थियों को समय पर भुगतान किया जाए, ताकि उन्हें किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े। आधार सीडिग के बारे में एडीसी ने कम से कम समय में जिले के सभी हितग्राहियों को शत-प्रतिशत आधार सीडिग कराने के निर्देश जारी किए।
जिले में बन रहे पीएमएवाई आवासों की प्रगति पर चर्चा करते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि योजना के तहत बनने वाले सभी घरों को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए। पंचायत स्तर के कार्यो के लिए बी श्रेणी के ठेकेदारों के पंजीकरण की सूची के संबंध में उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यो में तेजी लाने के लिए जल्द से जल्द प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए।
जल निकायों की मरम्मत और जीर्णोद्धार के संबंध में एडीसी ने संबंधित अधिकारियों को जिले के सभी जलाशयों की जल्द से जल्द मरम्मत और जीर्णोद्धार कराने के निर्देश दिए।
महिला जल संरक्षण क्लब के तहत महिलाओं के पंजीकरण की प्रगति की समीक्षा करते हुए एडीसी ने बीडीओ को प्रति ब्लाक एक हजार महिलाओं की सूची कम से कम समय में जमा करने का निर्देश दिया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि पूर्ण किए गए कार्यो की गुणवत्ता का पता लगाने के लिए विशेष टीमों का भी गठन किया जाएगा।