पुलिस की अजीबोगरीब सफाई, सूचना देरी से मिली, डीसी ने की हमारी प्रशंसा

जागरण संवाददाता राजौरी डीसी राजेश कुमार शवन के राजौरी थाने के बाहर डेढ़ घटे इंतज

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 01:47 AM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 01:47 AM (IST)
पुलिस की अजीबोगरीब सफाई, सूचना देरी से मिली, डीसी ने की हमारी प्रशंसा
पुलिस की अजीबोगरीब सफाई, सूचना देरी से मिली, डीसी ने की हमारी प्रशंसा

जागरण संवाददाता, राजौरी : डीसी राजेश कुमार शवन के राजौरी थाने के बाहर डेढ़ घटे इंतजार का मामला अंदर ही अंदर कुछ और हो, लेकिन पुलिस ने रातों-रात एक अनोखी सफाई गढ़ दी जो हास्य का विषय है। पुलिस विभाग ने अजीबो-गरीब सफाई देते हुए कहा कि डीसी के थाने पहुंचने की सूचना ही नहीं थी, इस कारण गेट नहीं खोला गया। जैसे ही सूचना मिली तो एएसपी ने डीसी को थाने के गेट के बाहर से रिसीव किया और डीसी ने पुलिस कर्मियों के कायरें की प्रशसा की। दरअसल डीसी मानव तस्करी विरोधी इकाई में कामकाज व सुविधाओं की समीक्षा करने थाने पहुंचे थे।

पूरे जिले में सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर डेढ़ घटे तक डीसी साहब क्यों इंतजार करते रहे। कुछ न तो कुछ जरूर था। आम दिनों में दिनभर खुला रहने वाला थाने का गेट शनिवार की शाम बंद क्यों कर दिया गया। क्या थाने में पुलिसकर्मी थे या कुछ और ही माजरा था। ठंड में डेढ़ घटे इंतजार करने के बाद क्या डीसी जो जिला मजिस्ट्रेट भी हैं, प्रशसा कर चले गए। कोई कार्रवाई तक नहीं की। रविवार को दूसरे दिन भी यही कुछ सवाल पूरे जिले और इंटरनेट मीडिया में चर्चा का विषय रहे।

एएसपी राजौरी विवेक शेखर शर्मा की ओर से जारी आधिकारिक बयान में यह उल्लेख किया गया है कि डीसी पुलिस स्टेशन में मानव तस्करी विरोधी इकाई में कामकाज और सुविधाओं की समीक्षा करने पुलिस स्टेशन का दौरा करने के साथ पुलिस के जवानों का हालचाल जानना चाहते थे। थाने पहुंचने पर गेट अंदर से बंद मिला। चूंकि जिले की एसएसपी छुट्टी पर हैं और डीआइजी स्टेशन से बाहर थे, इसलिए उन्होंने फोन पर मुझे जानकारी दी। चूंकि मैं फील्ड में था, इसलिए पहुंचने में लगभग 20 से 25 मिनट लग गए और डीसी को मेरे आने तक इंतजार करना पड़ा। इसके बाद अधिकारियों ने थाने का दौरा किया। डीसी के साथ दो एडीसी भी थे। डीसी ने एडीसी और मुझे परिसर का चक्कर लगाने और जवानों के कल्याण के लिए हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए और थाने में कुछ मरम्मत करने को कहा। डीसी ने अतीत में आतंकवाद विरोधी अभियानों में पुलिस की भूमिका और हाल ही में घुसपैठ करने वाले समूह को ट्रैक करने के उनके निरंतर प्रयासों की भी सराहना की। फिलहाल अभी डीसी ने कोई भी बयान जारी नहीं किया है।

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