आंधी-तूफान ने मक्की की फसल को नुकसान पहुंचाया

संवाद सहयोगी कालाकोट क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश व तूफान ने किसानों की परेशानी क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 02:46 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 02:46 AM (IST)
आंधी-तूफान ने मक्की की फसल को नुकसान पहुंचाया
आंधी-तूफान ने मक्की की फसल को नुकसान पहुंचाया

संवाद सहयोगी, कालाकोट : क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश व तूफान ने किसानों की परेशानी को भी खूब बढ़ा रखा है। बारिश से जहां कच्चे मकान गिरने का खतरा बना हुआ है, वहीं आंधी-तूफान किसानों की मक्की व अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। इससे किसानों की चिता फसलों को पहुंच रहे नुकसान को लेकर बढ़ती जा रही है।

पंचायत बरो में किसानों की मक्के की फसल को आंधी-तूफान ने काफी नुकसान पहुंचाया है और काफी मात्रा में मक्की की फसल आंधी से टूटकर खेतों में धराशायी हो गई। फसल को पहुंचे नुकसान को लेकर किसान काफी परेशान हैं। वहीं, इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए नंबरदार जावेद इकबाल व अन्य ग्रामीणों ने बताया कि मक्की की फसल काफी मात्रा में आंधी-तूफान की भेंट चढ़कर बर्बाद हो गई। हम किसान फसल पर काफी हद तक निर्भर रहते हैं, लेकिन जब फसल ही परवान न चढ़े तो हमारी परेशानियों में इजाफा हो जाता है। किसानों ने कहा कि हमारी प्रशासन व सरकार से मांग है कि फसल के नुकसान का उचित मुआवजा देकर हम किसानों को राहत दी जाए, ताकि जो परेशानियां हमारी फसल को लेकर बनी हुई है, उन परेशानियों से निजात मिल सके।

पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण पुंछ जिले में कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तेज बारिश व हवाओं के कारण पुंछ जिले में कई स्थानों पर सड़क पर पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित रहा। मंगलवार को दोपहर बाद अचानक तेज बारिश और हवा के कारण नियंत्रण रेखा पर सटे गांव देगवार में सड़क पर पेड़ गिरने के कारण देगवार का पुंछ नगर से सड़क संपर्क कट गया। इससे लोगों को आवाजाही में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद सड़क पर गिरे पेड़ों की कटाई कर सड़क पर यातायात बहाल करवाया। वहीं, स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई कि पुंछ-देगवार सड़क पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने बताया कि पिछले कई वर्षो से हम लोग संबंधित विभाग के चक्कर काट रहे हैं कि इस सडक को डबल किया जाए और इस सड़क की मरम्मत की जाए, लेकिन हमारी सुध लेने वाला कोई नहीं है। हालांकि नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी के दौरान कोई घायल होता है या अन्य किसी प्रकार की सहायता की जरूरत पड़ती है तो इस सड़क पर जाम के कारण किसी प्रकार की सहायता हमें समय पर नहीं मिल पाती। आज भी पेड़ गिरने के कारण कई घंटों के बाद गांव के लोगों के कड़े प्रयासों के बाद यातायात बहाल किया गया।

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