शिक्षकों की हत्या के विरोध में अध्यापकों ने निकाला कैंडल मार्च

जागरण संवाददाता राजौरी जम्मू-कश्मीर शिक्षक फोरम राजौरी ने कश्मीर घाटी में निर्दोष शिक्ष्

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 06:21 AM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 06:21 AM (IST)
शिक्षकों की हत्या के विरोध में अध्यापकों ने निकाला कैंडल मार्च
शिक्षकों की हत्या के विरोध में अध्यापकों ने निकाला कैंडल मार्च

जागरण संवाददाता, राजौरी : जम्मू-कश्मीर शिक्षक फोरम राजौरी ने कश्मीर घाटी में निर्दोष शिक्षकों की हत्या की कड़ी निदा की। दावा किया कि सभ्य समाज में इस तरह की बर्बर हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

जम्मू कश्मीर टीचर्स फोरम इकाई राजौरी ने नृशंस हत्याओं के खिलाफ डाक बंगला राजौरी के पास चिल्ड्रेन पार्क में एक कैंडल मार्च निकाला और मृतक निर्दोष शिक्षकों के परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त की। आगे विशेष रूप से शिक्षक समुदाय और जेके यूटी के कर्मचारियों की चिता और आगे की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए एडीसी राजौरी सचिन देव सिंह को ज्ञापन भी भेंट किया।

वहीं, नौशहरा में भी कैंडल मार्च निकाला गया, जिसमें विभिन्न गांव से आए हुए शिक्षकों ने भी भाग लिया। कैंडल मार्च जंगड़ चौक, मुख्य बाजार बस अड्डा से होते हुए एडीसी कार्यालय के बाहर जाकर समाप्त हुआ। इस अवसर पर टीचर फोरम के सदस्यों द्वारा एडीसी को उपराज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा गया, जिसमें मांग की गई कि अध्यापकों के कातिलों का जल्द ही सफाया किया जाए और घाटी में कार्य कर रहे सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा को पुख्ता किया जाए।

श्रीनगर में आतंकियों द्वारा दो शिक्षकों की हत्या को लेकर कालाकोट क्षेत्र में भी शिक्षक वर्ग के साथ-साथ नेताओं में भी काफी रोष देखा जा रहा है। शिक्षकों की हत्या को लेकर जम्मू कश्मीर अध्यापक संघ ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसकी निदा की है और इसे कायराना हरकत बताया है।

अध्यापक संघ के वरिष्ठ नेता नरेश शर्मा ने कहा कि आतंकियों ने जिस तरह शिक्षकों को निशाना बनाया है, उससे शिक्षक वर्ग काफी आहत हुआ है और यह घटना काफी निदनीय है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की समाज में अहम भूमिका होती है और शिक्षकों की आतंकियों द्वारा की गई हत्या कायरतापूर्ण और मानवता को शर्मसार करने वाली यह घटना है। वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि आतंकी जिस तरह बौखलाहट में निहत्थे, निर्दोष लोगों पर ऐसे हमले कर रहे हैं, इससे वे इस भ्रम में न रहें कि वे अपने मंसूबों में कामयाब होंगे। आज नहीं तो कल उन्हें उनके किए की सजा जरूर मिलेगी।

वहीं, उन्होंने सरकार व उपराज्यपाल से मांग करते हुए कहा कि आतंकवाद पर जल्द कड़ा प्रहार कर उनके किए की उन्हें सजा दी जाए, ताकि भविष्य में ऐसी वारदातें और ज्यादा घटित न हो सकें। अंत में दो मिनट का मौन धारण कर उनकी आत्मा शांति की भी कामना की गई।

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