मेडिकल कालेज में 750 एलपीएम क्षमता का अतिरिक्त का आक्सीजन शुरू

जागरण संवाददाता राजौरी जिले को मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक औ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 12:15 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 12:15 AM (IST)
मेडिकल कालेज में 750 एलपीएम क्षमता का अतिरिक्त का आक्सीजन शुरू
मेडिकल कालेज में 750 एलपीएम क्षमता का अतिरिक्त का आक्सीजन शुरू

जागरण संवाददाता, राजौरी : जिले को मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक और कदम उठाते हुए, जिला आयुक्त राजौरी राजेश कुमार शवन ने रविवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ 750 एलपीएम क्षमता का एक अतिरिक्त ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर का उद्धाटन किया।

कार्यक्रम में जिला आयुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि जिले में चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति में कोई कमी न हो, जिससे कोविड रोगियों को उपचार प्राप्त करने में किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े और इसके लिए ठोस उपाय किए जा रहे हैं।

जिला आयुक्त ने आगे कहा कि जीएमसी में एक हजार लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाला एक ऑक्सीजन संयंत्र पहले से ही काम कर रहा है। एक अन्य अतिरिक्त ऑक्सीजन संयंत्र के चालू होने के साथ, जीएमसी की चिकित्सा ऑक्सीजन की क्षमता 1750 एलपीएम तक पहुंच गई है।

जिला विकास आयुक्त ने कहा कि कोविड रोगियों को आवश्यक राहत प्रदान करने के लिए आने वाले महीनों में 750 एलपीएम क्षमता वाले दो और ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए जाएंगे।

जिला आयुक्त ने प्लांट पर समयबद्ध तरीके से काम पूरा करने के लिए कार्यकारी एजेंसी के प्रयासों की भी सराहना की।

जिला आयुक्त ने सीटी स्कैन के उद्देश्य से बनाए जा रहे कक्ष की प्रगति का निरीक्षण करते हुए संबंधित विभाग को कम से कम समय में कमरा पूरा करने को कहा।

जिला आयुक्त ने जीएमसी में दो सौ बिस्तरों की क्षमता वृद्धि कार्य की प्रगति का भी निरीक्षण किया और कार्य को समयबद्ध पूरा करने के लिए संबंधित कार्यकारी एजेंसी को निर्देश जारी किए।

जिला आयुक्त ने संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों को रोगियों को सर्वोत्तम संभव और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने का भी निर्देश दिया ताकि उन्हें कोई असुविधा महसूस न हो।

जिला विकास आयुक्त ने जनता से भी आग्रह किया कि वह कोविड-19 के संबंध में सभी एसओपी का पालन करें और जिला प्रशासन को जिले में महामारी को कम करने में मदद करें।

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