सीमा सुरक्षा बल ने शहीदों के परिवारों को किया सम्मानित
जिला राजौरी व पुंछ में सीमा सुरक्षा बल ने अपना 57 वां स्थापना दिवस धूमधाम के साथ मनाया। बीएसएफ अधिकारियों ने शहीदों के परिवार सदस्यों को सम्मानित किया। तो जवानों ने मोर्चा संभालने के साथ जश्न मनाया और बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि शहीद जवानों की वजह से हम सब आज खुले में सांस ले रहे हैं हमें अपने जवानों पर गर्व है और जवानों की परेशानियों को समझ उनका समाधान करना भी हमारा फर्ज है।
जागरण संवाददाता, राजौरी/पुंछ : जिला राजौरी व पुंछ में सीमा सुरक्षा बल ने अपना 57 वां स्थापना दिवस धूमधाम के साथ मनाया। बीएसएफ अधिकारियों ने शहीदों के परिवार सदस्यों को सम्मानित किया। तो जवानों ने मोर्चा संभालने के साथ जश्न मनाया और बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि शहीद जवानों की वजह से हम सब आज खुले में सांस ले रहे हैं हमें अपने जवानों पर गर्व है और जवानों की परेशानियों को समझ उनका समाधान करना भी हमारा फर्ज है। हर मोर्चे पर तैनात जवान मेरा बेटा और भाई है। मुख्य कार्यक्रम सेक्टर मुख्यालय बीएसएफ राजौरी में धूमधाम के साथ मनाया गया मुख्यालय परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम व जवानों के लिए बड़ा खाने की व्यवस्था की गई। स्थापना दिवस कार्यक्रम में बीएसएफ शहीदों के परिवारों के साथ राजौरी के पास रहने वाले सभी सेवानिवृत्त जवानों को आमंत्रित किया गया और उनका अभिनंदन किया गया। डीएस सिधु डीआईजी बीएसएफ ने स्थापना दिवस के अवसर पर बीएसएफ कर्मियों और उनके परिवारों को बधाई दी। सिधु ने बीएसएफ परिवार व कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि 1965 से सीमा सुरक्षा बल ने भारत की सीमाओं को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और संकट और आपदाओं के समय में कई मानवीय प्रयासों में भी सबसे आगे रही है। बीएसएफ को सेना के जवानों के साथ जिला राजौरी और जिला पुंछ के भारत पाक नियंत्रण रेखा पर तैनात किया गया है। एलओसी पर चौकसी और निगरानी बनाए रखते हुए, बीएसएफ ने पाकिस्तान के कई प्रयासों को विफल कर दिखाया और सीमावर्ती क्षेत्र में शांति बनाए रखने में सफल रहा है। इसके अलावा बीएसएफ पुंछ राजौरी जिला के आधिन एलओसी पर रहने वाले स्थानीय लोगों की सहायता करने और सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने में सबसे आगे रहा है। बीएसएफ बटालियनों द्वारा क्षेत्रवासियों की जरूरतों को समझते हुए चिकित्सा शिविरों का आयोजन भी करवाया। युवाओं में खेलकूद के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें खेलकूद का सामान भी भेंट किया। जरूरतमंद बच्चों को लेखन सामग्री भी प्रदान की गई। जवान जिस गांव में भी गए हैं वहां के लोगों को साफ सफाई के साथ मौजूदा महामारी के बचाव के बारे में भी जागरूक किया। बीएसएफ जवान दिन रात सीमावर्ती क्षेत्र की सुरक्षा और सतर्कता साथ क्षेत्रवासियों की जरूरत को समझ उसे पूरा करने का प्रयास करती है। वहीं भारत-पाक नियंत्रण रेखा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने भी स्थापना दिवस का जश्न मनाया।
पाक की साजिशों को नाकाम बना रहे सीमा प्रहरी : सीमावर्ती जिला राजौरी के सुंदरबनी इलाके में तैनात सीमा सुरक्षा बल ने क्षेत्रीय मुख्यालय में अपना स्थापना दिवस धूमधाम के साथ मनाया। इस अवसर पर उपमहानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल राकेश नेगी मुख्य अतिथि रहे। स्थापना दिवस कार्यक्रम में सीमा सुरक्षा बल सदस्यों सहित उनके परिवारों और भूतपूर्व सैनिकों ने हिस्सा लिया।
जम्मू कश्मीर की सरहदों पर पाकिस्तान की साजिशों को नाकाम बना रहे सीमा प्रहरियों ने अपना 57वां स्थापना दिवस मनाया। इस मौके पर उप महानिरीक्षक राकेश नेगी ने उपस्थित सभी को स्वच्छता की शपथ दिलाते हुए हर सप्ताह दो घंटे अपने आस-पास स्वच्छ भारत मिशन को आगे बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश को स्वच्छ बनाने के लिए हर एक कदम उठा रही है। ऐसे में हम सभी को जागरूक होकर स्वच्छता के प्रति जागरूक रहना होगा और हर वर्ष एक सौ घंटे सफाई करनी होगी। राकेश नेगी ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रत्येक व्यक्ति को अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखने के लिए सदैव सजग रहने एवं उसमें अपना कतिपय श्रमदान करना होगा। इस मौके पर उपमहानिरीक्षक की ओर से समारोह स्थल पर उपस्थित 40 दूसरे राज्यों के मजदूरों को रजाई, कंबल व खाद्य सामग्री भेंट की।