मांगों को लेकर आशा वर्कर्स ने किया जोरदार प्रदर्शन
संवाद सहयोगी पुंछ आशा वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर बुधवार को खंड विकास अधिकारी काया
संवाद सहयोगी, पुंछ : आशा वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर बुधवार को खंड विकास अधिकारी कार्यालय में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और वेतन देने की मांग रखी। इस मौके पर आशा वर्कर्स ने कहा कि सरकार ने हमें सिर्फ गांव में गर्भवती महिलाओं और उनके बच्चों की देखभाल के लिए लगाया था। हमने दिन-रात लोगों की सेवा की। समय-समय पर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाए और उनकी देखभाल की। मगर बाद में सरकार ने हमें और काम दे दिया। कोरोना काल में हमने लोगों के घर-घर जाकर कोरोना टेस्ट किए। अगर सरकार की तरफ से कोई नई योजना शुरू की जाती है तो लोगों तक आशा वर्कर्स ही पहुंचती हैं। जब भी कोई काम करना होता है तो सबसे पहले उन्हें आशा वर्कर्स याद आती हैं। मगर उन्हें यह याद नहीं आता कि हमारा भी परिवार है। हमारे भी छोटे-छोटे बच्चे हैं। हम अपना परिवार छोड़कर आते हैं। सरकार के हर आदेश को मानते हैं, लोगो तक पहुंचाते हैं, मगर सरकार हमारी तरफ कोई ध्यान नहीं देती। न तो हमें समय पर वेतन मिलता है और न ही कोई अन्य सुविधाएं दी जाती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आशा वर्कर्स को एक फौजी जैसे कहा। जैसे फौजी देश की रक्षा करते हैं, वैसे ही आशा वर्कर्स जमीनी स्तर पर लोगों की रक्षा करती हैं, मगर सरकार हमारी कोई सुध नहीं ले रही। काम तो हमसे सब लिया जा रहा है, मगर वेतन कुछ नहीं दिया जा रहा है। आज हर चीज महंगी हो गई है। परिवार का पालन-करना मुश्किल हो रहा है। हम सरकार से मांग करते हैं कि या तो हमें जो हमारा काम है वही करने दिया जाए, नहीं तो हमें वेतन दिया जाए। आज हम खंड विकास अधिकारी के पास आए हैं और उनके सामने अपनी मांगों को रखा है। इस मौके पर उपजिला नौशहरा की अलग-अलग वार्ड की आशा वर्कर्स मौजूद थीं।