जिलेभर में विभिन्न संगठनों ने आंबेडकर को किया याद
जागरण संवाददाता कठुआ जिलेभर में भारतीय संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहिब डा. भीमराव अ
जागरण संवाददाता, कठुआ: जिलेभर में भारतीय संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहिब डा. भीमराव आंबेडकर की 130वीं जयंती श्रद्धा से मनाया गया। विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उनके द्वारा भारत के संविधान बनाने में दिए गए योगदान के लिए नमन किया गया।
जिला मुख्यालय पर भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व वन मंत्री राजीव जसरोटिया ने डा.आंबेडकर को महान समाज सुधारक बताते हुए नमन किया और उनके चित्र पर पुष्पार्पित किए। उन्होंने कहा कि वे संविधान निर्माता होने के साथ-साथ समाज सुधारक भी थे, जिन्होंने देश में सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध भी अभियान चलाया। इसी के चलते आज ऐसे महान व्यक्ति को सभी संगठन बिना किसी राजनीति भेदभाव के याद कर रहे हैं। उनके द्वारा बनाया गया संविधान आज पूरे विश्व में सबसे बढि़या संविधान कहा जाता है। वर्तमान और विश्व की महान शक्तियों ने बाबा साहिब डा. भीमराव आंबेडकर की उपलब्धि को सराहा है।
श्रद्धांजलि समारोह में पार्षद राहुलदेव शर्मा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डा. नरेंद्र सिंह जसरोटिया, धर्मवीर सिंह, अजय सिंह, पार्षद अनिरुद्ध शर्मा आदि शामिल थे।
इसी तरह, श्री गुरु रविदास सभा कठुआ द्वारा भी बाबा साहिब आंबेडकर की जयंती पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि संदीप और सभा के पूर्व विधायक ध्यान चंद, देव राज सोनी, अंचल दास, बिशन दास, हरिदास, सुलक्षणा देवी, उत्तम चंद, बोध राज आदि ने आंबेडकर को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस मौके पर वक्ताओं ने बाबा साहिब आंबेडकर के भारत के लिए दिए गए योगदान का बखान किया।
उधर, कांग्रेस ने भी डा. आंबेडकर को याद करते हुए उनकी जयंती पर श्रद्धांजिल कार्यक्रम आयोजित कर उनके द्वारा किए गए कार्य को याद किया। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम मुख्य रूप से पार्टी के वरिष्ठ नेता पंकज डोगरा, पूर्व विधायक गिरधारी लाल चलोत्रा, अनु डोगरा, परमजीत सिंह पम्मा, अरुण शर्मा आदि ने आंबेडकर के चित्र पर श्रद्धा अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। पंकज डोगरा ने कहा कि दुनिया में सबसे बेहतर संविधान भारत का माना गया है। इसी के चलते सरकार ने उनके अमूल्य योगदान को देखते हुए उन्हें भारत रत्न की उपाधि देकर उनका देश में और सम्मान बढ़ाया। इसके चलते आज उन्हें हर कोई याद करता है।