किसान क्रेडिट कार्ड बनाने की प्रक्रिया हुई तेज

संवाद सहयोगी कठुआ /हीरानगर प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत स्कीम के तहत कृषि विभाग की ओर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 06:40 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 01:21 AM (IST)
किसान क्रेडिट कार्ड बनाने की प्रक्रिया हुई तेज
किसान क्रेडिट कार्ड बनाने की प्रक्रिया हुई तेज

संवाद सहयोगी, कठुआ /हीरानगर : प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत स्कीम के तहत कृषि विभाग की ओर से फोरलेन गांव के हाई स्कूल में किसान पखवाड़ा व किसान जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया। शिविर में डेयरी, मत्स्य पालन, भेड़ पालन, बागवानी योजनाओं के अलावा किसान क्रेडिट कार्ड योजना के बारे में भी बताया गया। इस मौके पर डीसी ओपी भगत विशेष तौर उपस्थित हुए।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए डीसी ओपी भगत ने कहा कि विभिन्न विभागों के अधिकारियों व फील्ड कर्मचारियों ने बागवानी, डेयरी, मत्स्य पालन, भेड़ पालन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना व अन्य केसीसी योजना में शामिल सभी किसानों को शामिल करके कार्यक्रम सफल बनाया है। इससे पूर्व मुख्य कृषि अधिकारी अरुण गुप्ता ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। शिविर में कृषि व अन्य विभागों के अधिकारियों ने केसीसी, पीएम-किसान, प्रधानमंत्री बीमा योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना, जैविक खेती व अन्य किसान कल्याण योजनाओं के बारे में किसानों को जागरूक किया। वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार को प्रयासरत बताया।

बीडीसी चेयरमैन बृजेश्वर सिंह क्षेत्र के सरपंचों, पंचों और सौ किसानों शामिल रहे। बीडीसी अध्यक्ष ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए सभी विभागों और डीसी कठुआ को धन्यवाद दिया। शिविर के दौरान अतिरिक्त उपायुक्त कठुआ अतुल गुप्ता के अलावा संयुक्त निदेशक कृषि डेजी भान, जोनल हेड जेएंडके बैंक, सभी बैंकों के कलस्टर प्रमुख, एलडीएम, सभी संबद्ध विभागों के जिला अधिकारी, राजस्व विभाग के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। किसानों ने भरे आवेदन फार्म

संवाद सहयोगी हीरानगर : किसानों के केसीसी बनाने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा दूसरे दिन भी हीरानगर कस्बे में शिविर लगाकर कर्मचारियों ने आवेदन फार्म जमा किए और सरकार द्वारा चलाई गई कृषि से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी। इस मौके पर कृषि विभाग के हीरानगर जोन के एईओ हनीश जंवाल ने बताया कि दो दिन में 195 के करीब आवेदन फार्म जमा कर लिए हैं और जल्द ही केसीसी जारी कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करना चाहती है और यह तभी संभव हो सकता है कि सभी किसानों के पास क्रेडिट कार्ड हों और वह योजनाओं का लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि केसीसी बनाते समय किसानों को विभिन्न विभागों के कार्यालयों में जाना पड़ता था कई लोग नहीं बनाते थे। उन्हें कोई दिक्कत न आए इसी लिए शिविर लगाए गए हैं ताकि सभी विभाग मौके पर ही अपनी रिपोर्ट कर सकें। शिविर में कृषि, राजस्व बागवानी बैंकों के कर्मचारी भी मौजूद थे।

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