आमरण अनशन पर बैठे स्वास्थ्य कर्मियों की बिगड़ने लगी हालत

संवाद सहयोगी बिलावर उपजिले के डुग्गेनी ब्लाक के बाजल भटवाल स्थित न्यू टाइप प्राइमरी चिकित्सा केंद्र

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 01:06 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 01:06 AM (IST)
आमरण अनशन पर बैठे स्वास्थ्य कर्मियों की बिगड़ने लगी हालत
आमरण अनशन पर बैठे स्वास्थ्य कर्मियों की बिगड़ने लगी हालत

संवाद सहयोगी, बिलावर: उपजिले के डुग्गेनी ब्लाक के बाजल भटवाल स्थित न्यू टाइप प्राइमरी चिकित्सा केंद्र में मेडिकल स्टाफ के रिक्त पड़े पदों को भरने की माग को लेकर मंगलवार को भी यानि चौथे दिन भी ग्रामीणों का धरना जारी रहा। इस दौरान पहले से आमरण अनशन पर बैठे लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारी अनशन पर बैठे लोगों की सुध लेने तक नहीं पहुंचे। इसके कारण लोगों में प्रशासन के रवैये को लेकर काफी रोष है।

दरअसल, बाजल भटवालवासी जतिंदर सिंह पटियाल की अध्यक्षता में आमरण अनशन पर बैठे हुए है। आमरण अनशन पर बैठे गुरचरण सिंह पटियाल, पूर्व सरपंच रतन चंद, पूर्व पंच धर्म सिंह, पंकज सिंह, अक्षय कुमार, पंकज डोगरा आदि ने कहा कि न्यू टाइप प्राइमरी हेल्थ सेंटर एनटीपीएचसी एक नर्सिग स्टाफ के सहारे चल रहा है। वे लोग पिछले 4 दिनों से मेडिकल स्टाफ के रिक्त पड़े पदों पर डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति की माग को लेकर धरने पर बैठे, लेकिन अभी तक उनकी बात सुनने के लिए भी कोई अधिकारी नहीं पहुंचा है। उन्हें राम भरोसे छोड़ दिया गया हैं। उन्होंने कहा कि आमरण अनशन पर बैठे कुछ लोगों के स्वास्थ्य बिगड़ने लगा है, लेकिन अभी तक सुध लेने के लिए कोई राजनेता नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि जब तक मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति नहीं हो जाती है तब तक धरना जारी रहेगा।

उधर, उपजिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं के घोर अभाव और लोगों को आ रही समस्याओं को लेकर मंगलवार को सामाजिक कार्यकर्ता संजीत शर्मा ब्लॉक मेडिकल अधिकारी डा. देवराज कोटवाल से मिले। सामाजिक कार्यकर्ता संजीत शर्मा ने उपजिला अस्पताल में वर्षो से बंद पड़ी अल्ट्रासाउंड मशीन के कारण और मेडिकल सुविधाओं के अभाव के चलते लोगों को होने वाली परेशानी से स्वास्थ्य अधिकारियों को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में बिलावर उपजिला अस्पताल में बिजली की भी उचित व्यवस्था नहीं है. जबकि बरसात के दिनों में बारिश का पानी उपजिला अस्पताल में परिसर में आ जाता है। सरकार द्वारा उपजिला अस्पताल को अपग्रेड कर सौ बिस्तर का अस्पताल बनाया जा रहा था, लेकिन इमारत का निर्माण कार्य अधर में है। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों के नाम अपना ज्ञापन ब्लाक मेडिकल अधिकारी को भी सौंपा।

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