कर्मियों की हड़ताल जारी, ट्यूबवेलों के ओवरहैड टेंक सूखे

जागरण संवाददाता कठुआ जल शक्ति विभाग के अस्थायी कर्मियों की काम छोड़ हड़ताल पांचवे दिन भ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Oct 2020 12:47 AM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 12:47 AM (IST)
कर्मियों की हड़ताल जारी, ट्यूबवेलों के ओवरहैड टेंक सूखे
कर्मियों की हड़ताल जारी, ट्यूबवेलों के ओवरहैड टेंक सूखे

जागरण संवाददाता, कठुआ: जल शक्ति विभाग के अस्थायी कर्मियों की काम छोड़ हड़ताल पांचवे दिन भी जारी रही। इसके कारण जिले में ट्यूबवेल से आपूर्ति नहीं हुई। आपूर्ति न होने से जिले भर में पेयजल संकट गहराया हुआ है। लोग जिस मोहल्ले या कहीं हैंडपंप लगा है, वहां से पीने के लिए पानी जुटाकर काम चला रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर इस आवश्यक सेवा को चलाने वाले विभाग के अधिकारी जारी हड़ताल और आम लोगों को हो रही परेशानी को लेकर जरा भी गंभीर नहीं दिख रहे हैं, हां हड़ताल को विफल बनाने के लिए कई आपूर्ति स्टेशनों पर स्थायी कर्मी भेजकर चोरी छिपे जुगाड़ से आपूर्ति करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन समस्या के स्थायी समाधान के लिए प्रयास करते नहीं दिख रहे हैं। जिससे एक तो लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है, वहीं हड़ताली कर्मियों में विभाग के अधिकारियों के उनके प्रति उदासीन रवैये से रोष बढ़ता जा रहा है।

हड़ताल के चलते आलम यह हैं कि लोग मौसम में आए बदलाव के चलते सिर्फ पीने के पानी का तो जुगाड़ कर रहे हैं, लेकिन अन्य जरूरतों के लिए हड़ताल समाप्त होने का इंतजार कर रहे हैं। जिस तरह से सरकार ने कर्मियों की लंबित मांगों को लेकर जो रवैया अपनाया है, उससे हड़ताल लंबी चलने की उम्मीद लग रही है।

दरअसल, कर्मी पिछले कुछ सालों से लगातार समय-समय पर आंदोलन चलाकर अस्थायी कर्मी सरकार को मांगों के प्रति अवगत करा रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी समस्या सुनने की बजाय टालमटोल की नीति अपनाकर समय निकाल रही है। इस नीति से कर्मियों का भविष्य अधंकारमय में होता दिखाई दे रहा है। वहीं लोगों को भी समय-समय पर हड़ताल के कारण पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। मौजूदा समय में शहर में विभाग आधे से ज्यादा क्षेत्र में हड़ताल के कारण आपूर्ति करने में विफल साबित हो रहा है। इससे लोगों और कर्मियों की परेशानी बढ़ रही है, जबकि ऐसे हालात में विभाग को आवश्यक सेवाओं के दायरे में आने वाली सुविधा के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए।

chat bot
आपका साथी