Kathua: जनप्रतिनिधियों ने नहीं सुनी तो अपने पैसे से करा रहे सड़क की मरम्मत
यहा ग्रामीणों ने अपने खर्च पर सड़क को बनाया। इसकी लंबाई करीब 3 किलोमीटर है। यह सड़क करीब 60-70 घरों को जोड़ती है। इस सड़क के माध्यम से ही लोग अपनी घरेलू जरूरतें पूरी करते हैं। इसी सड़क से लोगों का आना-जाना होता है।
संवाद सहयोगी, बसोहली: जब चुने जनप्रतिनिधि लोगों की शिकायतों की अनदेखी करें, केवल आश्वासन दें, तो कोई न कोई आगे आता है जो अपनी ओर से लोगों की समस्या को ध्यान में रखते हुए सुविधा को उपलब्ध करवाने के लिए काम करता है। हम बात कर रहे हैं सल्लान गाव की।
यहा ग्रामीणों ने अपने खर्च पर सड़क को बनाया। इसकी लंबाई करीब 3 किलोमीटर है। यह सड़क करीब 60-70 घरों को जोड़ती है। इस सड़क के माध्यम से ही लोग अपनी घरेलू जरूरतें पूरी करते हैं। इसी सड़क से लोगों का आना-जाना होता है। बार-बार माग करने पर भी इस सड़क की अनदेखी को लेकर लोगों में रोष व्याप्त है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि सरकार के पास पैसे नहीं हैं। हम धन्यवाद करते हैं काग्रेस के प्रवक्ता का, जिन्होंने अपनी जेब से गाव के लोगों के लिए जेसीबी मशीन को उपलब्ध करवाया और सड़क को साफ करने में लगे हुए हैं। इस सड़क को साफ करने में लगभग पाच छह दिन लग जाएंगे। ग्रामीणों ने सरपंच से लेकर अन्य नेताओं से भी गुहार की, लेकिन किसी ने न सुनी। इसके बाद ग्रामीण प्रत्येक वर्ष इस सड़क को अपने पैसों से ठीक करवाने लगे।
उसके बाद लोगों ने वीडीसी चैयरमेन से भी कई बार सड़क के बारे में बात की। उन्होंने भी पल्ला झाड़ लिया। स्थानीय निवासियों ने काग्रेस नेता आकाश भारत का धन्यवाद किया, जिनकी वजह से सड़क बननी शुरू हुई। लोगों का कहना है कि स्थानीय समस्या को देखते हुए अधिकारियों को समाधान करना चाहिए। जनप्रतिनिधि भी आगे आकर समस्या का समाधान कराएं।