सरपंच के निलंबन की मांग पर अड़े पंच आमरण अनशन पर डटे

संवाद सहयोगी हीरानगर पथवाल पंचायत के सरपंच को निलंबित करने की माग को लेकर पंच सुरेश कुमा

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 07:43 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 07:43 AM (IST)
सरपंच के निलंबन की मांग पर अड़े पंच आमरण अनशन पर डटे
सरपंच के निलंबन की मांग पर अड़े पंच आमरण अनशन पर डटे

संवाद सहयोगी, हीरानगर : पथवाल पंचायत के सरपंच को निलंबित करने की माग को लेकर पंच सुरेश कुमार का ब्लाक कार्यालय पर आमरण अनशन शुक्रवार को पाचवें दिन भी जारी रहा। इस दौरान सरपंच ने भी अपने समर्थकों के साथ ब्लाक कार्यालय पहुंच कर धरना दिया। दोनों ओर से जोरदार नारेबाजी भी हुई।

इस दौरान आइडीपी के नेता आइडी खजुरिया, नेकां नेता भारती शर्मा और अन्य लोग भी पंचों के समर्थन में पहुंचे और नारेबाजी की। इस मौके पर पंच सुरेश कुमार ने कहा कि सरपंच को निलंबित करने की माग को लेकर पंचायत के दस पंचों ने अविश्वास प्रस्ताव पारित कर फरवरी में डीसी को लिखित में शिकायत की थी। उस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसके बाद सात दिन तक भूख हड़ताल और पाच दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। बीडीसी चेयरमैन, प्रशासनिक अधिकारी कोई बी उनकी माग पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। अधिकारी टालमटोल कर रहे हैं। सुरेश कुमार ने कहा कि डाक्टरों की टीम प्रतिदिन उनके स्वास्थ्य की जाच कर रही है। प्रतिदिन एक किलो वजन कम हो रहा है। धड़कन भी बढ़ रही है, लेकिन जब तक माग पूरी नहीं होतीस वह आमरण अनशन जारी रखेंगे। पंचों के समर्थन में आए आइडी खजुरिया ने कहा कि पथवाल पंचायत के 11 में से दस पंचों ने सरपंच की मनमानी से तंग आकर उन्हें निलंबित करने के लिए प्रस्ताव पारित कर रखा है। बीडीसी चेयरमैन को पंचायती राज एक्ट के तहत उन्हें निलंबित कर फिर विकास कार्यो की जाच करवानी चाहिए थी, लेकिन चेयरमैन और अधिकारी सरपंच को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज भी अधिकारी आए थे, लेकिन उन्होंने आश्वासन नहीं दिया। कार्यालय में बैठ कर ही चले गए। उन्होंने कहा कि पंचायती राज एक्ट में प्रावधान है कि अगर सरपंच पंचों को विश्वास में नहीं लेता तो दो तिहाई बहुमत से पंच अविश्वास प्रस्ताव पारित कर उसे निलंबित करवा सकते हैं। इस मौके पर पंच भारत भूषण, लाल सिंह, नीरज कुमार, सुरेंद्र कुमार आदि भी मौजूद थे। ग्रामीणों ने कहा-शिकायत है तो गांव में बैठ कर बातचीत हो

पथवाल के सरपंच काका राम भी शुक्रवार को अपने समर्थकों के साथ ब्लाक कार्यालय पर पंहुच गए। इस दौरान दोनों ओर से खूब नारेबाजी हुई। एक तरफ आमरण अनशन पर बैठे पंच सरपंच के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे तो वहीं पंचायत से आए दर्जनों लोगों ने भी धरना लगा कर सरपंच के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी। ग्रामीणों का कहना था कि सरपंच अच्छा काम कर रहे हैं। अगर पंचों को कोई शिकायत थी तो उन्हें भूख हड़ताल पर बैठने के बजाय गाव में लोगों के बीच बैठ कर बात करनी चाहिए थी। उनकी खींचतान की वजह से गावों का विकास रुका हुआ है। आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित

आमरण अनशन पर बैठे पंचों की सुध लेने के लिए एडीडीसी पुनित शर्मा, चेयरमैन रामलाल कालिया, एसीडी एनडी शर्मा, डीपीओ सोहनलाल शर्मा, एसडीएम राकेश कुमार, एसडीपीओ चडवाल सचित महाजन, एसएचओ अनिल शर्मा भी ब्लाक कार्यालय में पहुंचे। उन्होंने आमरण अनशन पर बैठे पंचों तथा सरपंच काका राम से अलग-अलग बात कर समझाने की कोशिश की, लेकिन पंच अपनी माग को लेकर अड़े रहे। उनका कहना था कि पहले सरपंच को निलंबित किया जाए और उसके बाद विकास कार्यो की जाच होनी चाहिए। अन्यथा आमरण अनशन जारी रहेगा। बीडीसी चेयरमैन रामलाल कालिया का कहना है कि पंचायती राज एक्ट के तहत सरपंच को निलंबित करने से पहले उन पर लगाए गए आरोपों की जाच करवाना जरूरी है। जाच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इसमें दो बीडीओ, एक एईई शामिल हैं। उनकी जाच शुरू हो गई है। कमेटी पंद्रह दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई हो सकती है। उधर, सरपंच काका राम का कहना है कि पंचायत में जितना भी विकास हुआ है, पंचों को विश्वास में लेकर हुआ है। उन्होंने कोई ग़लत काम नहीं किया। लोग भी मेरी कार्यप्रणाली से खुश हैं। पंच जो आरोप लगा रहे हैं, वह निराधार हैं। सोची-समझी चाल के तहत मेरी छवि को खराब किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं भी जाच करवाने के लिए तैयार हूं। अगर दोबारा चुनाव करवाना चाहते हैं तो वह इसके लिए भी तैयार हैं। पंचों को लोगों के बीच बैठ कर बात करनी चाहिए, ताकि सभी को पता चल सके कि कौन गलत है।

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