.. अब पथवाल पंचायत के सरपंच के समर्थन में उतरे ग्रामीण

संवाद सहयोगी हीरानगर पथवाल पंचायत के पंच एक तरफ जहा सरपंच को निलंबित किए जाने की मांग को

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 12:18 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 12:18 AM (IST)
.. अब पथवाल पंचायत के सरपंच के समर्थन में उतरे ग्रामीण
.. अब पथवाल पंचायत के सरपंच के समर्थन में उतरे ग्रामीण

संवाद सहयोगी, हीरानगर : पथवाल पंचायत के पंच एक तरफ जहा सरपंच को निलंबित किए जाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हैं, वहीं पंचायत के दर्जनों लोगों ने शनिवार को सब डिवीजन कार्यालय पर सरपंच के समर्थन में प्रदर्शन किया एसडीएम राकेश कुमार को समस्या से अवगत कराया।

प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे देवराज, गौरव कुमार, मदन लाल, चमन लाल, रामकृष्ण व सत्या देवी ने कहा कि लोग सरपंच की कार्यप्रणाली से खुश हैं, लेकिन पंचों के कारण पंचायत में विकास कार्य रूके हुए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों ने पंचायत प्रतिनिधियों को गावों के विकास करवाने तथा अन्य समस्याओं का समाधान करवाने के लिए चुना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया की कुछ पंच मनमानी करते हैं, जिस कारण विकास कार्य ठप पड़े हैं। प्रशासन को इसकी जाच करनी चाहिए, ताकि विकास कार्यो में तेजी आ सके। वहीं, लोगों को आश्वस्त करते हुए एसडीएम राकेश कुमार ने कहा कि विकास कार्य कोई नहीं रोक सकता, अगर किसी का कोई आरोप है तो उस की जाच की जाएगी।

उधर, सरपंच को निलंबित करने तथा वार्डो में हुए विकास कार्यो की जाच कराने की माग को लेकर पथवाल पंचायत के पंचों की भूख हड़ताल शनिवार को भी जारी रही। ब्लाक कार्यालय के समक्ष भूख हड़ताल पर बैठे पंच सुरेश कुमार, नीरज कुमार, भारत भूषण, लाल सिंह, सुरेंद्र कुमार का कहना है कि लोगों ने उन्हें गावों के विकास के लिए पंच चुना है, लेकिन सरपंच उन्हें विश्वास में नहीं लेते। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ विकास कार्यो में उनकी सहमति नहीं ली गई और ना ही ग्राम सभा का आयोजन किया गया। पंचों ने सरपंच को निलंबित करने तथा विकास कार्यो की जाच करवाने के लिए तीन माह पूर्व अविश्वास प्रस्ताव पारित कर रिपोर्ट बीडीओ हीरानगर तथा एसीडी कठुआ को भेजी थी, जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसके कारण अपनी माग को लेकर उन्हें अब भूख हड़ताल शुरू करनी पड़ी है। उन्होंने कहा कि अगर ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी सरपंच को निलंबित नहीं करते तो वे 14 जून से आमरण अनशन शुरू कर देंगे। पंचों का कहना है कि पंचायती राज एक्ट में यह प्रावधान है कि अगर दो तिहाई पंच अविश्वास प्रस्ताव पारित करते हैं तो सरपंच के खिलाफ कार्रवाही की जा सकती है। वहीं, बीडीओ हीरानगर शीतल का कहना है कि वे पंचों द्वारा लगाए गए आरोप की अपने तौर पर जाच कर रहे हैं, एडीसी को भी मामले से अवगत कराया गया है जो भी आदेश मिलता है कार्रवाही की जाएगी।

chat bot
आपका साथी