उस्ता ने की नई शिक्षा नीति में संशोधन की मांग

संवाद सहयोगी कठुआ जम्मू कश्मीर यूनाइटेड स्कूल टीचर्स एसोसिएशन (उस्ता) ने नई शिक्षा नीति मे

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 12:43 AM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 06:19 AM (IST)
उस्ता ने की नई शिक्षा नीति में संशोधन की मांग
उस्ता ने की नई शिक्षा नीति में संशोधन की मांग

संवाद सहयोगी, कठुआ: जम्मू कश्मीर यूनाइटेड स्कूल टीचर्स एसोसिएशन (उस्ता) ने नई शिक्षा नीति में संशोधन करने की मांग की है। कठुआ में आयोजित एक कार्यक्रम में एसोसिएशन के सदस्यों ने नई शिक्षा नीति पर अपने विचार रखे।

एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष राजीव कुमार के अलावा महासचिव हरि सिंह सहित अन्य वक्ताओं ने शिक्षा नीति में संशोधन की मांग करते हुए कहा कि एक तो यह नीति बिना हाउस में चर्चा या फिर नेशनल स्तर पर डिबेट के ही लागू कर दी गई जोकि सही नहीं है और इसमें कई त्रुटियां हैं। उन्होंने कहा कि यह नीति बेहतर समय पर और चर्चाओं के साथ लागू होनी चाहिए थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के दौरान ही इसे लागू कर दिया गया। उन्होंने कहा कि पालिसी के तहत छठी कक्षा से वोकेशनल एजूकेशन शुरू की गई है, ऐसे में इस आयु में विद्यार्थियों पर बोझ बढ़ेगा। दसवीं का बोर्ड खत्म कर दिया गया है, जिससे विद्यार्थियों में पढ़ाई का डर भी कम होगा, विद्यार्थी पढ़ नहीं पाएंगे। नई शिक्षा नीति के तहत व्यवसायीकरण और निजीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिस पर गौर करना होगा और इसमें संशोधन लाना होगा। इस मौके पर जिला अध्यक्ष रूप चंद, कांता देवी, जुल्फीकार अली, गणेश दत्त, राज कुमार, धर्मपाल, प्रदीप सिंह आदि ने भी अपने विचार रखे।

chat bot
आपका साथी