मोबाइल एंबुलेंस व अल्ट्रासाउंड की सुविधा, लेकिन डाक्टर नहीं

संवाद सहयोगी हीरानगर स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीण क्षेत्र के रोगियों का अल्ट्रासाउंड करने के साथ-साथ मो

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 06:31 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 06:31 PM (IST)
मोबाइल एंबुलेंस व अल्ट्रासाउंड की सुविधा, लेकिन डाक्टर नहीं
मोबाइल एंबुलेंस व अल्ट्रासाउंड की सुविधा, लेकिन डाक्टर नहीं

संवाद सहयोगी, हीरानगर: स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीण क्षेत्र के रोगियों का अल्ट्रासाउंड करने के साथ-साथ मोबाइल एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध करवा रखी है, लेकिन अल्ट्रासाउंड करने के लिए डाक्टर नहीं होने की वजह से रोगियों को सुविधा उपलब्ध नहीं हो रही। उन्हें अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए कठुआ या फिर साबा जाना पड़ता है।

जानकारी अनुसार उपजिला अस्पताल में छह माह से अल्ट्रासाउंड करने वाले डॉक्टर का पद खाली है। नेकां नेता भारती शर्मा, काग्रेस के रमेश कुंडल, सरपंच भारत भूषण का कहना है कि हीरानगर सब डिवीजन पाकिस्तान की सीमा के साथ लगता है, आए दिन पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी होती रहती है। जिसके मद्देनजर विभाग ने एक मोबाइल एंबुलेंस खरीदी थी, जिस में अल्ट्रासाउंड मशीन, ईसीजी समेत सभी सुविधाओं से लैस किया गया। एक अल्ट्रासाउंड मशीन अस्पताल में लगाई गई थी। अब डाक्टर नहीं होने की वजह से दोनों बंद पड़ी है। उन्होंने कहा कि मोबाइल एम्बूलैंस को लेकर एक टीम सप्ताह में एक दिन उप स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर एक्सरे करती थी, जिससे रोगी वहीं पर एक्सरे करवा लेते थे। इसके साथ उपजिला अस्पताल में भी एक्सरे हो जाते थे। गरीब लोगों को पैसे खर्च नहीं करने पड़ते थे। दो मशीनें होने के बावजूद लोगों को सुविधा नहीं मिल रही। उन्होंने कहा कि उप जिला अस्पताल के अंतर्गत गावों की जनसंख्या 1,42,686के करीब है। गरीब लोग आíथक तंगी की वजह से अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए शहरों में नहीं जा पाते। विभाग को अल्ट्रासाउंड के डाक्टर की नियुक्ति जल्द करनी चाहिए। इस संबध में भी एमओ डा. स्वामी अंजलि का कहना है कि पहले अल्ट्रासाउंड एक्सरे होते थे। डाक्टर की नियुक्ति के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा गया है।

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