जिला आक्सीजन के क्षेत्र में हो जाएगा आत्मनिर्भर:डीसी
जागरण संवाददाता कठुआ जिले में कोरोना की दूसरी लहर में तेजी से फैल रहे संक्रमण को र
जागरण संवाददाता, कठुआ: जिले में कोरोना की दूसरी लहर में तेजी से फैल रहे संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन सभी आवश्यक प्रबंध करने में जुटा हुआ है। प्रशासन ने कुछ दिनों से कई कदम उठाकर संक्रमितों को राहत पहुंचाई है। शुक्रवार को डीसी राहुल यादव ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना महामारी जिले में तेजी से फैली है। इसमें कोई संदेह नहीं है, लेकिन इसे गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने भी अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए कई अहम कदम उठाये हैं।
इसके कारण संक्रमितों का आंकड़ा कम होने के साथ उनके इलाज के लिए सुविधाओं का भी इजाफा किया गया है। इसमें सबसे अहम जीएमसी में आक्सीजन सुविधा से लैस बेड की संख्या को दोगुनी कर दी गई है, जहां पर हाल ही में शुरू हुए अपने आक्सीजन प्लांट से भी 2250 एलपीएम आक्सीजन का उत्पादन शुरू होने से अब जीएमसी में 160 बेड को सीधी आक्सीजन आपूर्ति बिना ब्रेक के दी जा रही है, जबकि 250 बेड को आक्सीजन की आपूर्ति के प्रबंध हो गए हैं। इसके अलावा नगरी कोविड हेल्थ सेंटर, बिलावर, बसोहली और हीरानगर में भी 90 बेड को आक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित बना दी गई है, जबकि मौजूदा समय में उपचाराधीन 116 बेड में ही मरीजों को आक्सीजन से आपूर्ति की जरूरत हैं। इसके अलावा जिले में 820 बेड की सुविधा से कोविड केयर सेंटर लैस किए गए हैं। उसमें से अभी 116 ही मरीजों से भरे हैं, अन्य खाली हैं। इसके अलावा भारत सरकार की ओर से अगले हफ्ते 25 कंसंट्रेटर भेजे जा रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में जिले के किसी भी अस्पताल में आक्सीजन की कमी नहीं होगी, बल्कि पर्याप्त होगी। अब तो आक्सीजन के मामले में जिला आत्मनिर्भर हो जाएगा। आने वाले दिनों में अस्पताल में आईसीयू की क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ सीटी स्कैन की सुविधा भी सुनिश्चित बनाई जा रही है। जिला में वैक्सीनेशन के लिए भी जगह जगह अभियान छेड़ा गया है। जिले में 45 से 60 साल की उम्र के 66.89 लोगों को कोरोना टीका की पहली खुराक दी जा चुकी है, जबकि दूसरी खुराक भी 29 हजार लोग लगा चुके हैं। इसके बाद घर-घर में जाकर भी सर्वे करने का अभियान शुरू किया जा चुका है। कई वार्ड और मोहल्लों में मौके पर टेस्ट किये जा रहे हैं और लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। जांच में ग्रामीण क्षेत्र में कई संक्रमित पाए गए। एसओपी की पालन न करने वालों पर भी सख्ती बरतते हुए 5 लाख जुर्माना वसूला गया। इसके अलावा दुकानें सीज करने पर मामले भी दर्ज किए गए हैं, ताकि लोगों को सुरक्षित रखा जा सके। रोजाना जीएमसी में सुविधाओं का जायजा लेने के लिए दौरा किया जाता है। प्रशासन का मुख्य लक्ष्य कोरोना से सुरक्षित रखना है। लोग भी इसमें सहयोग करें। खासकर पंचायतें इसमें अहम भूमिका निभाएं।