सीबीएसई दसवीं का परीक्षा परिणाम घोषित होते ही विद्यार्थी चहक उठे
जागरण संवाददाता कठुआ 12वीं के बाद अब दसवीं की भी बिना वार्षिक परीक्षा हुए सीबीएसई द्वारा म
जागरण संवाददाता, कठुआ: 12वीं के बाद अब दसवीं की भी बिना वार्षिक परीक्षा हुए सीबीएसई द्वारा मंगलवार को परिणाम घोषित कर दिया गया। परीक्षा परिणाम घोषित होते ही मेधावी विद्यार्थियों के घरों व स्कूलों में खुशी का माहौल बन गया। मेधावी छात्रों ने परीक्षा में अव्वल अंक पाने पर परिवार के साथ मिठाई बांट कर खुशी मनाई।
केंद्रीय विद्यालय कठुआ का दसवीं के साथ 12वीं का लंबित परिणाम भी एक साथ घोषित हुआ, जिसमें स्कूल का परिणाम सौ फीसद रहा। स्कूल के सभी 61 विद्यार्थियों ने सफलता पाई है। इसमें 7 विद्यार्थी 90 फीसद से ऊपर अंक पाए हैं, जिसमें अतुल भारद्वाज दसवीं का टॉपर रहा। उसने 96.8 फीसद अंक प्राप्त किए। इसी तरह हृद्धय संब्याल ने 95.6 फीसद और नितिश शर्मा ने 92.2 फीसद अंक प्राप्त किए। केंद्रीय विद्यालय कठुआ का 12वीं कक्षा का परिणाम भी सौ फीसद रहा है। स्कूल के प्रधानाचार्य गुरनाम सिंह ने हर्ष जताते हुए कहा कि उनके स्कूल के विद्यार्थियों ने अच्छे अंक पाकर बेहतर परिणाम दिया है। सबसे अहम कोरोना महामारी के चलते परीक्षा परिणाम को लेकर बना असंमजस दूर होते ही मेधावी छात्रों ने राहत पाई। अब वे अगली कक्षाओं की तैयारियों में जुटेंगे।
माउंट लिट्रा जी स्कूल का परिणाम भी बेहतर रहा। स्कूल का सौ फीसद परिणाम आने पर जहां विद्यार्थियों में खुशी है, वहीं स्कूल प्रबंधक ने भी मेधावी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामनाएं की। स्कूल की सुयाषा अंडोत्रा ने 97 फीसद, सानिया वर्मा ने 96.8,विन्रमता शर्मा और अनिमा शर्मा ने 94.4,अक्षित पराशर और दिव्यांश सिंह ने 91 फीसद अंक लेकर अपना, अभिभावकों और स्कूल का नाम रोशन किया है।
जिले में लखनपुर, हीरानगर केंद्रीय विद्यालय के अलावा सेना स्कूल कठुआ और निजी स्कूल सेंट जेवियर कांवेंट स्कूल, डी एस हेरिटेज, करतार पब्लिक स्कूल आदि के विद्यार्थियों की दसवीं की वार्षिक परीक्षा के परिणाम घोषित हुए हैं। कोट्स----
बिना परीक्षा दिए परिणाम घोषित किए जाने का हालांकि उन्हें दुख है, क्योंकि उन्होंने काफी मेहनत की थी। अगर परीक्षा देकर इतने अंक आते तो उसकी खुशी अलग ही होती है,लेकिन फिर भी वो खुश है कि परिणाम घोषित हो गया। परीक्षा होती तो भी वो इतने अंक हासिल कर लेते, अभी तो फिलहाल अगली कक्षा की तैयारी करनी है, आगे जाकर नीट पास करके डॉक्टर बनने का लक्ष्य है।
-अतुल भारद्वाज