हड़ताल स्थगित, पहले की तरह ही दौड़ेंगे यात्री वाहन
जागरण संवाददाता कठुआ यात्री किरायों में वृद्धि व टैक्स में राहत देने की मांग को लेकर ट्र
जागरण संवाददाता, कठुआ: यात्री किरायों में वृद्धि व टैक्स में राहत देने की मांग को लेकर ट्रांसपोर्ट पैसेंजर एसोसिएशन की बुधवार को होने वाली प्रस्तावित हड़ताल स्थगित हो गई। इसके चलते जिले में रोजाना की तरह ही यात्री वाहन दौड़ेंगे। हड़ताल स्थगित होने से यात्री वाहनों में दैनिक सफर करने वालों के अलावा जरूरी कार्य के लिए गंतव्यों पर जाने वाले यात्रियों को राहत मिली है। हालांकि, हड़ताल अगले कुछ दिन के लिए सरकार के आश्वासन पर स्थगित की गई है, लेकिन एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि मांगें बरकरार है। सरकार ने मांगों पर गौर करने के लिए कुछ दिनों का समय मांगा है।
हड़ताल स्थगित करने के बाद ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के सदस्य अब अपनी अगली रणनीति तय करने में जुट गए हैं। उधर, हड़ताल टलने से दैनिक यात्रियों सहित सरकारी कर्मियों एवं विद्यार्थियों ने राहत जताते हुए कहा कि अगर हड़ताल होती तो उन्हें स्कूल या कार्यालय पहुंचना मुश्किल हो जाता,क्योंकि उनके पास मात्र यहीं साधन घर से पहुंचने का होता है। सरकारी कर्मचारी पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि हड़ताल से उनकी दिक्कतें बढ़ जाती है, यात्री बसें बंद होने से कार्यालय तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। कई बार तो छुट्टी करनी पड़ती है। विद्यार्थी राहुल ने बताया कि स्कूल बिना मिनी बस के पहुंचना असंभव हो जाता है। इसके कारण पढ़ाई भी प्रभावित होती है। अब हड़ताल स्थगित हो गई है, ये बड़ी राहत है।
बता दें कि जिले में करीब डेढ़ हजार यात्री वाहन विभिन्न रूटों पर दौड़ते हैं। इसमें सिर्फ कठुआ-जम्मू के बीच प्रतिदिन हर पांच मिनट के अतंराल में दौड़ने वाली कठुआ बस यूनियन की 300 सामान्य बसें, ग्रामीण क्षेत्रों में दौड़ने वाली 750 मिनी बसों के अलावा शहर व आसपास के क्षेत्रों में चलने वाले सैकड़ों पैंसेजर आटों प्रतिदिन यात्रियों को सेवाएं देते हैं। सरकारी बस सेवा कठुआ जिले में नहीं के बराबर है। यहां के लोग निजी बसों पर ही निर्भर हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र की जनता का शहर से संपर्क टूट जाता है। ऐसे में हड़ताल स्थगित होना यात्रियों के लिए बड़ी राहत है। कोट्स---
डीजल तेल की बढ़ती कीमतों के चलते यात्री किरायों में 30 फीसद बृद्धि करने एवं टैक्सों में राहत दिए जाने की मांग है। अब देखते हैं कि सरकार उनकी मांगों के प्रति क्या रुख अपनाती है। इसके बाद ही अगली रणनीति तय की जाएगी। यात्री किराया बढ़ाने की मुख्य मांग के अलावा लाकडाउन कार्यकाल का पैसेंजर सहित अन्य टैक्स भी माफ करने का भी मुख्य मांगो में शामिल है। इसके अलावा सरकार से 15 साल की उम्र के वाहनों को सड़कों से उतारने के फैसले को वापस लेने भी शामिल है। - हरमोहेंद्र सिंह, प्रधान, मिनी बस यूनियन। कोटस--
जम्मू कश्मीर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के आहवान पर आज तय हड़ताल स्थगित हो गई है। इसके चलते यूनियन के सभी 300 बसें पहले की तरह ही चलती रहेंगी। एसोसिएशन की अब अगली रणनीति क्या होगी, ये बाद में देखा जाएगा।
-अनूप बालिया, प्रधान, कठुआ रूट बस यूनियन