एसपीओ भर्ती में गोलाबारी से प्रभावित युवाओं को मिले प्राथमिकता
संवाद सहयोगी हीरानगर सीमावर्ती क्षेत्र के युवाओं की रोमी सिंह के नेतृत्व सोमवार को खनक सपालमा मे
संवाद सहयोगी, हीरानगर: सीमावर्ती क्षेत्र के युवाओं की रोमी सिंह के नेतृत्व सोमवार को खनक सपालमा में बैठक हुई, जिसमें सरकार से एसपीओ की भर्ती में गोलीबारी से प्रभावित तीन किलोमीटर के अंदर पड़ते गावों के युवाओं को प्राथमिकता देने की माग की।
इस मौके पर रोमी सिंह, अर्जुन कुमार, रिंकू, सुनील, पम्मा ने कहा कि पाकिस्तान हीरानगर सेक्टर में 2014 से गोलीबारी करता आ रहा है, इस दौरान लोगों को कई बार सुरक्षित जगहों पर पलायन करना पड़ा और स्कूल बंद रहने से बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि इस समय भी पाकिस्तान दो सालों से लगातार गोलीबारी करता आ रहा है। सरकार से बार्डर इलाके के लोगों के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाने की माग की थी, जिसकी मंजूरी भी गृह मंत्रालय ने दी है लेकिन इस का दायरा बढ़ाकर दस किलोमीटर तक कर दिया गया है। जबकि प्रभावित तीन किलोमीटर के लोग ही हैं। इसके कारण सीमावर्ती गावों के युवाओं को मौका नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा कि पहले भी 2002 में पुलिस एसपीओ की विशेष भíतया हुई थी, सीमा क्षेत्र के युवाओं को भर्ती किया था। युवाओं का कहना है कि अब एसपीओ की 100 पोस्ट निकली है। सरकार को इसमें गोलीबारी से प्रभावित गावों के युवाओं को प्राथमिकता देनी चाहिए।
वहीं, बोबिया निवासी सुभाष सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को डीसी ओपी भगत से मिलकर सीमावर्ती गांवों के युवाओं को एसपीओ की विशेष भर्ती में प्राथमिकता देने की मांग की। उन्होंने डीसी को बताया कि पाकिस्तान की तरफ से अभी भी गोलीबारी हो रही है। अगर गृह मंत्रालय ने भर्ती की मंजूरी दी है तो पहले प्रभावित गावों के युवाओं को भर्ती किया जाए। डीसी ओपी भगत ने आश्वासत करते हुए कहा कि उनकी माग के बारे में सरकार को अवगत कराया जाएगा।