राज्य के पुनगर्ठन से लखनपुर में सात दशक पुराने टोल टैक्स वसूली से मिली निजात

राकेश शर्मा कठुआ जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन के दो साल पूरा होने पर प्रदेश के लोगों को ज

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 05:52 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 05:52 AM (IST)
राज्य के पुनगर्ठन से लखनपुर में सात दशक पुराने टोल टैक्स वसूली से मिली निजात
राज्य के पुनगर्ठन से लखनपुर में सात दशक पुराने टोल टैक्स वसूली से मिली निजात

राकेश शर्मा, कठुआ: जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन के दो साल पूरा होने पर प्रदेश के लोगों को जहां कई कानूनों में बदलाव होने व पूर्व सरकारों की मनमानी नीतियों से आजादी मिली, वहीं आर्थिक रूप से भी लाभ मिला। इससे पहले जम्मू कश्मीर के निवासियों को शादी के दौरान मिठाई के डिब्बे लाने पर भी वजन के हिसाब से जहां की पूर्व सरकार को लखनपुर में लगाया गया टोल टैक्स के रूप में जजिया देना पड़ता था यानि पंजाब सहित किसी भी राज्य से आप वजन में कोई भी सामान लाते तो टैक्स के अलावा टोल टैक्स देना पड़ता था।

पूर्व सरकार की मनमानी नीतियों से जम्मू कश्मीर के लोगों को केंद्र सरकार द्वारा सात दशक पुरानी मनमाने कानून से छुटकारा मिला। अब कितना भी सामान वजन में दूसरे राज्यों से प्रदेश में लाए, उन्हें लखनपुर में कोई नहीं रोकता और न ही उसके बदले में टोल टैक्स देना पड़ता। इससे पहले ज्यादा वजन का सामान लाने पर हजारों रुपये बतौर टोल टैक्स देना मजबूरी थी यानि प्रदेश में किसी को भी आने पर अपने साथ घरेलू उपयोग का सामान भी लाने का खमियाजा भुगतना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है, जितना मर्जी सामान आप पंजाब या किसी भी राज्य से खरीद कर लाओ अब कोई नहीं पूछता है। जहां से सस्ता सामान मिले, वहां से लाने पर मनाही नहीं है। टोल टैक्स जैसे कश्मीरी हुक्मरानों की सरकारों के जजिया कानून को केंद्र सरकार द्वारा खत्म करने से प्रदेश के लोगों को आर्थिक लाभ मिला है। इसमें घर बनाने के लिए अब लोगों को 60 से 100 रुपये तक सीमेंट सस्ता मिल रहा है। अब तो लोग सीमेंट के अलावा पंजाब से ईंट तक ला रहे हैं,जो टोल टैक्स व्यवस्था के कारण कभी जम्मू में भारी टैक्स लगने के कारण लाना सपना था। सबसे अहम पंजाब से जम्मू कश्मीर को अक्सर होने वाली उक्त सामान की तस्करी बंद हो गई। अब लोग खुद जाकर पंजाब से जो सस्ता या पसंद का सामान मिलता है ले आते हैं।

एक देश एक राष्ट्र करने का लखनपुर में ही सरकार का सबसे बड़ा सुबूत है। और यह भी है कि लखनपुर में सिर्फ कश्मीर क्षेत्र के कई अधिकारी लगाए जाते थे। टोल व्यवस्था के कारण लखनपुर भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका था, सबसे ज्यादा ट्रक चालक सरकार के कानून के शिकार होते थे। इसी कारण जगजाहिर लखनपुर में ट्रकों का जाम कभी खत्म ही नहीं होता था। इसके पीछे भी भ्रष्टाचार कारण माना जाता रहा। टोल हटने के बाद अब लखनपुर में जाम बीते दिनों की बात हो गई है। इसके अलावा नगरी में भी टोल पोस्ट खत्म की गई है, वहां से भी बड़े पैमाने पर भ्रष्ट अधिकारियों के कारण टोल की आड़ में तस्करी एवं भ्रष्टाचार होता था, जो सब बंद हुआ है। सही मायने में अगर देखा जाए तो लखनपुर मुख्य प्रवेश द्वार से ही जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन के बाद लोगों को मिली आर्थिक एवं जजिया कानून से आजादी की तस्वीर दिखनी शुरू हो जाती है, वहां सब कुछ बदला बदला दिखता है। केंद्र सरकार ने पुनर्गठन करके जम्मू कश्मीर को पूर्ण रूप से देश के साथ जोड़ने का काम किया है। इससे पहले लोग पंजाब में जाते थे तो वापस आते समय कुछ लाने की हिम्मत नहीं करते थे।

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