हेल्थ सेंटर में खाली पद भरने की मांग को लेकर धरना
संवाद सहयोगी बिलावर उपजिले में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ हर जगह रोष प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
संवाद सहयोगी, बिलावर: उपजिले में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ हर जगह रोष प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। आलम यह है कि न्यू टाइप प्राइमरी चिकित्सा केंद्र बाजल भटवाल नर्सिग स्टाफ के सहारे चल रहा है। ऐसे में उस पर निर्भर पंचायतों के लोगों की स्वास्थ्य राम भरोसे है।
पहाड़ी क्षेत्रों में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर रविवार को बाजल भटवाल वासियों ने दूसरे दिन भी जतिंदर सिंह पटियाल की अध्यक्षता में धरना प्रदर्शन किया। धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि न्यू टाइप प्राइमरी हेल्थ सेंटर एनटीपीएचसी है, जिसमें प्रशासन द्वारा नियुक्त किए गए स्टाफ की संख्या 14 है, लेकिन सिर्फ एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रहमों करम पर पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों को छोड़ दिया गया है। उसी के सहारे यह प्राइमरी हेल्थ सेंटर चल रहा है। जतिंदर सिंह का कहना है कि इस बारे में जैसे ही उन्होंने पंचायत की सरपंच से बात की तो उनका कहना कि उनके पास अधिकार नहीं है और सुनवाई नहीं होती।
उन्होंने जब इस बारे में बीएमओ बिलावर देवराज कोटवाल से बात की तो उन्होंने भी स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार को लेकर लोगों को कोई उचित जवाब नहीं दिया, उल्टा अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इससे आक्रोशित लोग धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। उनका कहना है कि जब तक इस प्राइमरी हेल्थ सेंटर में रिक्त पद भरे नहीं जाते, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदर्शनकारियों में गुरचरण सिंह पटियाल, पूर्व सरपंच रतन चद, पूर्व पंच धर्म सिंह, पंकज सिंह, अक्षय कुमार, पंकज डोगरा आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे। प्रदर्शनकारियों ने बीएमओ बिलावर, सीएमओ कठुआ और डायरेक्टर हेल्थ जम्मू के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। उनका आरोप था कि अफसरशाही इस कद्र हावी है कि कहीं पहाड़ी लोगों की सुनवाई नहीं होती। उन्होंने कहा कि जब तक न्यू टाइप प्राइमरी हेल्थ सेंटर में डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ के रिक्त पद भरे नहीं जाते, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आपको बताते चलें कि मंगलवार को बिलावर उप जिला अस्पताल की बिगड़ी स्वास्थ्य व्यवस्था से गुस्साए लोगों ने अस्पताल के सामने धरना प्रदर्शन किया, जिसमें 4 घटे सड़क को भी जाम किया गया था।