कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने को पुलिस अधिकारियों ने संभाली कमान
जागरण संवाददाता कठुआ कोरोना संक्रमण की बनी चेन को तोड़ने के लिए सरकार द्वारा लगाए गए
जागरण संवाददाता, कठुआ: कोरोना संक्रमण की बनी चेन को तोड़ने के लिए सरकार द्वारा लगाए गए सात दिनों के कोरोना कर्फ्यू के चलते लोगों की सामान्य जिदगी की रफ्तार थम सी गई है। इसके चलते शहर के बाजारों और सड़कों पर सन्नाटा पसर गया है। अब रोजमर्रा की जरूरत की चीज खरीदनें के लिए अधिकांश लोग घर से बाहर निकल रहे हैं, अन्य सभी कोरोना की मार से बचने के लिए परिवार सहित घरों में कैद हो गए हैं।
शहर की यातायात सड़कों पर पुलिस का पहरा हो गया है। पुलिस ने कांटेदार तार से अवरोधक लगाकर इधर से उधर की इंट्री भी बंद कर दी है। अगर कोई बाहर निकलता भी है तो पुलिस उसे वहीं रोककर पहले पूछताछ करती है, जिसके बाद निकलने का मकसद होने पर ही आगे बढ़ने दे रही है अन्यथा वापस लौटा रही है। हालांकि, ऐसे माहौल में भी कुछ लोग घरों से बाहर निकलने से बाज नहीं आते हैं। ऐसे लोगों को पुलिस ने सबक सिखाने के लिए चौक चौराहों पर मोर्चा संभाल लिया है। कोरोना कर्फ्यू में उल्लंघन करने वालों पर बीच-बीच में चौक चौराहों पर नजर रखने के लिए पुलिस अधिकारी खुद भी ड्यूटी देने पहुंच रहे हैं।
सोमवार को एएसपी रमनीष गुप्ता शहर के शहीदी चौक में खड़े होकर ड्यूटी देते देखे गए और वे इस दौरान वहां से गुजरने वाले किसी भी नागरिक को रोककर उससे पूछताछ कर रहे हैं। उसके पास घर से बाहर निकलने का पुख्ता कारण सबूत सही जानने के बाद आगे बढ़ने की अनुमति दे रहे थे। अगर कोई घर से बाहर निकलने का कारण सही नहीं बताने में असमर्थ दिखता है तो उसे वापस लौटा दिया जा रहा है। सात दिन के कोरोना कर्फ्यू में पहले दिन सोमवार आवश्यक सेवाओं को लेने के लिए सुबह 7 से 10 बजे तक तीन घंटे काफी संख्या में लोग घरों से बाहर निकले थे। इसमें करियाना, बेकरी, दूध, डेयरी, फल, सब्जी आदि के अलावा रसोई गैस आदि खरीदने के लिए लोग बाहर निकले थे, जिन्हें 10 बजे फिर घरों में बंद होने के लिए पुलिस को दौड़ लगानी पड़ी। उसके बाद शाम तक शहर में सब कुछ बंद रहा।