गोपाला चक पंचायत में दो सौ पौधे लगाए, सात हजार लगाने का लक्ष्य

संवाद सहयोगी हीरानगर डी लिमीटेशन फोरम एवं पावर संस्था के कन्वीनर सेवानिवृत्त चीफ कंजर्वेटिव मुक

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 12:39 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 12:39 AM (IST)
गोपाला चक पंचायत में दो सौ पौधे लगाए, सात हजार लगाने का लक्ष्य
गोपाला चक पंचायत में दो सौ पौधे लगाए, सात हजार लगाने का लक्ष्य

संवाद सहयोगी, हीरानगर: डी लिमीटेशन फोरम एवं पावर संस्था के कन्वीनर सेवानिवृत्त चीफ कंजर्वेटिव मुकरजीत शर्मा के नेतृत्व में मढीन की गोपाला चक पंचायत के स्कूलों में 200 के करीब पौधे लगाए। इस दौरान संस्था के जिला प्रधान सेवानिवृत्त एसडीओ सतपाल शर्मा, सरपंच रीना चिब, नायब सरपंच अशोक कुमार समेत अन्य लोग भी शामिल हुए।

इस मौके पर लोगों को जागरूक करते हुए मुकरजीत शर्मा ने कहा कि ग्लोबल वाìमग की वजह से पर्यावरण पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है, जिससे मौसम में भी बदलाव आया है। ऐसे में अधिक से अधिक पौधे लगा कर पर्यावरण का संरक्षण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पावर संस्था पिछले पाच छह सालों से पौधारोपण अभियान चलाए हुए है और हर साल सोशल फारेस्ट्री तथा अन्य लोगों के सहयोग से बरसात में पौधारोपण किया जाता है। अभी तक 7000 हजार के करीब पौधे लगा चुके हैं। उन्होंने कहा कि लोगों के सहयोग से गोपाला चक पंचायत के तीन स्कूलों में 200 पौधे लगाए गए हैं। 15 अगस्त तक साबा से पहाड़पुर तक के स्कूलों, मंदिरों में दो हजार के करीब पौधे लगाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों के साथ-साथ लोग अपने खेतों में निजी नर्सरिया भी लगा सकते हैं। इससे पर्यावरण का संरक्षण भी होगा और आमदनी भी बढ़ेगी। पहले सफेदा, कीकर व बास आदि पेड़ों की कटाई के लिए मंजूरी लेनी पड़ती थी, लेकिन इसमें अब छूट दी गई है। किसानों को कटाई के समय अपनी जमीन के खसरा नंबर और पौधों की संख्या बतानी होती है। सोशल फारेस्ट्री की कुछ पुरानी नर्सरिया भी है, जिनकी अभी तक कटाई नहीं हुई और लकड़ी बर्बाद हो रही है। वे नर्सरिया किसानों की जमीन में लगाई गई थी। पेड़ों की 75 प्रतिशत कीमत किसानों को मिलनी थी। अब एसआरओ के तहत किसान नर्सरी के वृक्षों को कटाने की मंजूरी मिल सकती है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे अपने गावों में उतने ही पौधे लगाएं, जिनकी देख रेख भी कर सके। वहीं डी लिमीटेशन फोरम के जिला प्रधान सतपाल शर्मा ने कहा कि उन का फोरम जम्मू-कश्मीर में डी लिमीटेशन के लिए संघर्ष करता आ रहा है। अब इसके लिए काम भी शुरू हो गया है। कुछ विधानसभा की कुछ सीटें बढ़ने से अन्य क्षेत्र के लोगों को भी प्रतिनिधत्व करने का मौका मिलेगा और विकास में तेजी आएगी।

इस मौके पर अशोक कुमार, पूर्व सरपंच काबुल सिंह, सरदार सिंह, जगदीश शर्मा, तिलक राज, मुल्क राज, नंबरदार सतपाल, पूर्ण चंद आदि भी शामिल थे।

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