रामकोट पहुंचने पर नितिन का भव्य स्वागत

संवाद सहयोगी रामकोट विश्व के 46 देशों में अहिंसा का पाठ पढ़ाने निकले 30 वर्षीय नितिन स्नावने क

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 12:40 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 12:40 AM (IST)
रामकोट पहुंचने पर नितिन का भव्य स्वागत
रामकोट पहुंचने पर नितिन का भव्य स्वागत

संवाद सहयोगी, रामकोट : विश्व के 46 देशों में अहिंसा का पाठ पढ़ाने निकले 30 वर्षीय नितिन स्नावने के रामकोट पहुंचने पर बीडीसी चेयरमैन अभय खजुरिया, पूर्व सरपंच ठाकुर बुद्धि सिंह, सियालना के सरपंच अशोक कुमार, प्रदीप खजूरिया, राकी मेहरा, रोशन पनोत्रा आदि ने स्वागत करते हुए आíथक सहायता भी की। वे 18 नवंबर 2016 को पुणे (महाराष्ट्र) से गाधी ग्लोबल यात्रा पर निकले हुए है। फिलहाल, जम्मू कश्मीर और लेह लद्दाख का दौरा कर रहे हैं। रामकोट में पहुंचे नितिन ने लोगों से रूबरू होते हुए बताया कि 2016 से शुरू की गई गाधी ग्लोबल यात्रा में अब तक वे अमेरिका, जापान, चाइना, मैक्सिको, साउथ अफ्रीका, तुर्की और अफगानिस्तान सहित 46 देशों की यात्रा करते हुए लोगों को अहिंसा और शाति का संदेश दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि गाधी जी का जीवन सत्य की खोज पर ही रहा है। वे गाधी जी के सत्य और अहिंसा का संदेश लेकर जहा भी गए, उन्हें हर जगह अच्छा सहयोग मिला। संसार के सभी लोग शाति चाहते हैं और हिंसा से दूर रहना चाहते हैं। अहिंसा सबसे ऊपर है। लोगों को मिलजुल कर रहना चाहिए और हर कठिनाई में एक दूसरे की सहायता करनी चाहिए।

उन्होंने लोगों को जात-पात और धर्म मजहब से ऊपर उठकर मानवता में जीते हुए सत्य की खोज करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जो सत्य है, उसे अहिंसा के साथ फॉलो करें। जात धर्म और भेद भाव हम ही लोगों का बनाया हुआ है। इसी भेदभाव के कारण ही हर जगह अशाति फैली हुई है। हमें भेदभाव को मिटाते हुए दुनिया को साथ लेकर चलना चाहिए, तभी प्यार और हमदर्दी बढ़ेगी और दुनिया में शाति होगी।

नितिन ने बताया कि वे 29 जुलाई के दिन बसोहली पहुंचे थे, 30 को महानपुर और एक अगस्त को जम्मू पहुंचेंगे। वे 15 अगस्त के दिन श्रीनगर में स्वतंत्रता दिवस मनाने के बाद लेह लदाख से हिमाचल, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से होते हुए 2 अक्टूबर को गाधी जयंती के अवसर पर राजघाट पहुंचकर यात्रा का समापन करेंगे।

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